लखनऊ। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने जिस तरह से जनता परिवार को फिर से एक कर भाजपा के मुकाबले को तैयार किया। जिस तरह से चैनलों पर मोदी ही मोदी हो रहा है उसे देखते हुए मुलायम ने अपना साम्राज्य यानि उत्तर प्रदेश सुरक्षित रखने के लिए कठोर कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
समाजवादी पार्टी के सिपाहियों को उन्होंने निर्देश दे दिए हैं कि किसी भी प्रकार से कोई चूक नहीं होनी चाहिए। जनता के बीच काम के बल पर लोगों का स्नेह, प्यार और वोट लेना बेहद जरूरी है। शायद यही कारण है कि अपने एक भाषण में मंत्रियों को भी नसीहत दी कि वे कमाई पर नहीं बल्कि काम पर ध्यान दें।
समय-समय पर वे अपने पुत्र व यूपी के
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी नसीहत देने से पीछे नहीं हटते। इस क्रम में
उन्होंने अपने विश्वास पात्रों और समाजवादी पार्टी के पुराने नेताओं को
अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी है ताकि किसी भी प्रकार से जनता के बीच उन्हें
मोदी की लोकप्रियता कम करनी होगी। महाराष्ट्र, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर आदि
राज्यों में आए चुनाव नतीजों से सबक लेते हुए जनता के बीच पार्टी की पकड़
बनाने के लिए कार्यकर्ताओं से लेकर प्रशासन तक को लगा दिया गया है। आज
कल सभी अधिकारी जनता से सीधे संवाद कर रहे हैं। उनकी समस्या सुन तत्काल
निस्तारण भी हो रहा है। ऐसे में मोदी के सबसे खास और भाजपा अध्यक्ष अमित
शाह द्वारा बनाई गई रणनीति को उत्तर प्रदेश में किस तरह से विफल किया जाए
इसके लिए भी मुलायम ने कठोर कदम उठाते हुए सुशासन के निर्देश दिए हैं। प्रदेश को मंडलों में बांट कर एक-एक बिंदू पर चर्चा कराकर मुलायम ने 20 फरवरी तक राज्यसभा सांसदों से रिपोर्ट मांगी है।
|