नई दिल्ली। पाकिस्तान सरकार ने हाफिज सईद के आतंकी संगठन जमात उद दावा (जेयूडी) और हक्कानी नेटवर्क पर प्रतिबंध लगा दिया है। फिर भी धरातल पर इसका कोई असर पड़ता नजर नहीं आ रहा है।
खुफिया
एजेंसियों की मानें तो जमात-उद-दावा, लश्कर-ए-तैयबा, जैश और हिजबुल
मुजाहिद्दीन हमले के मकसद से चार आतंकी समूहों को पहले ही भारत भेज चुके
हैं। आतंकियों की एक-एक टोली महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और ओडिशा
में पहुंच गई हैं। इन्हें 28 जनवरी से पहले हमला करने को कहा गया है। इंटेलीजेंस
ब्यूरो ने महाराष्ट्र पुलिस को बताया है कि मुंबई में यह हमला
सिद्धिविनायक मंदिर पर अगले मंगलवार को हो सकता है. मुंबई में मौजूद आतंकी
टीम को अब्दुल्ला अल कुरैशी नाम का आतंकी लीड कर रहा है और नासिर अली,
जावेद इकबाल, मोबिद जिमान और शमशेर उसके साथ हैं. इन सभी आतंकियों की उम्र
25 वर्ष के आस-पास बताई जा रही है. मुंबई हाई अलर्ट पर है। वहीं
पाकिस्तानी गृह मंत्रालय ने हक्कानी नेटवर्क और जमात उद दावा पर आधिकारिक
प्रतिबंध लगा दिया। \'डॉन ने अपने पास मौजूद दस्तावेजों के हवाले से लिखा
है कि प्रतिबंधित संगठनों में हरकत-उल-जिहाद इस्लामी, हरकत-उल-मुजाहिदीन,
फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन, उम्माह तामीरे-नौ, हाजी खजीरुल्ला हाजी सतर मनी
एक्सचेंज, राहत लिमिटेड, रोशन मनी एक्सचेंज, अल अख्तर ट्रस्ट, अल राशिद
ट्रस्ट, हक्कानी नेटवर्क और जमात उद दावा शामिल हैं। गौरतलब है कि अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने भी अपनी हालिया पाकिस्तान यात्रा के दौरान आतंकियों पर नकेल कसने की हिदायत दी थी।
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