नोएडा। मार्डन जमाने के इस दौर में युवाओं और महिलाओं ने भी धूम्रपान की आदत डाल ली है। गांवों से लेकर महानगरों में युवा हाठों में सिगरेट दबाए अक्सर धुआं उड़ाते दिख जाते हैं। इसे कुछ फैशन का ट्रेंड भी मानने लगे हैं, लेकिन वास्तविकता में देखा जाए तो धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक साबित हो रहा है।
ये कहना है काल्प यूथ हेल्थ मिशन की इरा
लोशेल का। सेक्टर-22 स्थित लाल बहादुर शास्त्री संस्थान में वे धुम्रपान के
प्रति युवाओं को जागरूक कर रही थी। इस दौरान संस्थान के उपाध्यक्ष सुरेश
ने कहा कि हम में से अधिकांश लोग यह जानते हैं कि तंबाकू का सेवन स्वास्थ्य
के लिए हानिकारक है। लेकिन फिर भी अधिकतर इसके प्रति उदासीन हैं। इसका
मुख्य कारण सही जानकारी का अभाव और तंबाकू के दुष्प्रभावों का असर
धीरे-धीरे होना है। उन्होंने कहा कि तंबाकू का सेवन करने से मनुष्य के
शरीर में निकोटीन नामक तत्व की मात्रा इतनी बढ़ जाती है कि मनुष्य को अन्त
में अपने जीवन से हाथ धोना पड़ सकता है। उन्होंने तंबाकू से होने वाली
कैंसर, सांस के रोग, दमा, खांसी हृदय रोग जैसे लाइलाज रोगों के बारे में
अवगत करवाया।
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