बिजनौर। उत्तर प्रदेश के बिजनौर में प्रशासन के एक फरमान के चौतरफा विरोध के बाद उसे वापस ले लिया गया। यहां के जिलाधिकारी ने रामपुर में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के एक कार्यक्रम में भाग लेने वाली लड़कियों को काले कपड़े और जिंस-टॉप पहनकर न आने का आदेश दिया था। इन लड़कियों को सोमवार को 'कन्या विद्या धन' और 'हमारी बेटी उसका कल' के तहत सरकार ने आर्थिक मदद देने का एलान किया है। रामपुर में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इन लड़कियों को 30-30 हजार रुपये का चेक वितरित करेंगे। लेकिन कार्यक्रम में भाग लेने वाली लड़कियां अपने कपड़े को लेकर तब पेशोपेश में पर गई जब उन्हें प्रशासन के इस फरमान की जानकारी मिली। सभास्थल पर सैकड़ों की संख्या में पहुंची लड़कियों के प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने ऐसे किसी भी फरमान के जारी करने से इन्कार किया।
दरअसल, इस कार्यक्रम में ज्यादातर मुस्लिम लड़किया शिरकत करने वाली हैं और डीएम के फरमान के हिसाब से वे बुर्का भी नहीं पहनकर आ सकेंगी, इसलिए मामला गरमा गया है। समुदाय के के लोग इस फरमान से खासे नाराज थे। बाद में चौतरफा विरोध के बाद प्रशासन ने इस आदेश को वापस ले लिया गया। डीएम ने कार्यक्रम के लिए किसी भी तरह के ड्रेस कोड के आदेश की खबर को निराधार बताते हुए कहा कि कार्यक्रम में शिरकत करने वाली लड़कियां अपनी मर्जी के अनुसार कोई भी कपड़े पहनने के लिए स्वतंत्र हैं।
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