हैदराबाद।। नॉर्वे के ओस्लो में अपने बच्चे को डांटना एक भारतीय दंपती को महंगा पड़ गया। प्रशासन के सामने पेशी के बाद दंपती को हिरासत में भेज दिया गया है। हैदराबाद में दंपती के परिवार ने यह दावा किया है कि अपने बेटे को कथित रूप से अत्यधिक अनुशासित करने को लेकर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। टीसीएस के कर्मचारी वी चंद्रशेखर के भतीजे वी शैलेंद्र ने दावा किया कि ओस्लो में उनके चाचा चंद्रशेखर और चाची अनुपमा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, क्योंकि उनके चचेरे भाई (चंद्रशेखर के बेटे) ने नौ महीने पहले अपने स्कूल शिक्षकों से कहा था कि माता-पिता उसकी गलतियों को लेकर भारत वापस भेजने की धमकियां दे रहे हैं।
शैलेंद्र ने कहा, 'मेरे चाचा को शुरू में पता ही नहीं था कि उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। वह जुलाई में अपनी पत्नी और बेटे के साथ हैदराबाद आए थे और फिर अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में ओस्लो लौट गए। तब उन्हें पत्नी के साथ प्रशासन के समक्ष पेश होने का नोटिस मिला।' उन्होंने कहा, 'मेरी चाची 23 नवंबर को ओस्लो लौटीं और फिर दंपती प्रशासन के सामने पेश हुए। गुरुवार को ओस्लो में मेरे चाचा के पड़ोसियों ने बताया कि उन्हें गिरफ्तार कर हिरासत में भेज दिया गया।' स्कूल से खिलौने लाने पर ऐतराज जताते हुए दंपती ने बच्चों को डांटा था, जिसके बाद प्रशासन की ओर से उन्हें नोटिस मिला और पेशी के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। आपको बता दें कि बच्चों की परवरिश को लेकर नॉर्वे में कानून काफी सख्त है। पहले भी नॉर्वे में अपने बच्चों को हाथ से खिलाने और साथ सुलाने पर भारतीय दंपती अनुरूप और सागरिका भट्टाचार्य को उनसे अलग कर दिया था और आखिरकार अभिज्ञान और ऐश्वर्या को उनके नाना-नानी के पास कोलकाता भेज दिया गया था।
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