धमकाकर रिश्वत के लेने के आरोप में सिपाही और इंस्पेक्टर को एसएसपी ने निलंबित किया ,सिपाही को जेल भेजा लेकिन इंस्पेक्टर फ़रार हुआ।
(प्रदीप महाजन/आईएनएस मीडिया) मिली जानकारी के अनुसार गाजियाबाद के मसूरी निवासी ट्रक चालक अब्दुल सलाम ने 5 फरवरी को मेरठ सदर बाजार थाने में इंश्योरेंस की रकम को हड़पने के लिए फर्जी मुकदमा ट्रक चोरी का दर्ज कराया था। और ट्रक को कहीं और बेच दिया गया था। इस केस में दोबारा जांच के निर्देश एसएसपी ने इंस्पेक्टर सदर बिजेंद्र सिंह राणा को दिए थे। इंस्पेक्टर ने ट्रक मालिक इमरान, ड्राइवर अब्दुल सलाम और ट्रक खरीदने वाले मुजफ्फरनगर खतौली निवासी कबाड़ी वकार को पकड़ा लेकिन ट्रक मालिक और ड्राइवर को चार लाख रुपये की रिश्वत लेकर पुलिस ने छोड़ दिया और कबाड़ी वकार को छोड़ने के लिए भी एक लाख रुपये की रिश्वत मांग ली। यह डील सदर थाने के हेड कांस्टेबल मनमोहन सिंह ने की। कबाड़ी वकार ने एसपी सिटी को शिकायत की और एसपी सिटी की टीम ने हेड कांस्टेबल मनमोहन को रुपये के साथ रंगेहाथ दबोच लिया। उसने पूछताछ में इंस्पेक्टर की पोल खोल दी। इसके बाद सदर थाने में वकार की तहरीर पर इंस्पेक्टर सदर बिजेंद्र सिंह राणा और हेड कांस्टेबल मनमोहन सिंह के खिलाफ मारपीट, अवैध तरीके से हिरासत में रखने व रिश्वत मांगने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया। गौरतलब है कि एसपी सिटी इस पूरे प्रकरण की जांच कर रहे है। 
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