लवली की जीत में भितरघाती विभीषण सबसे बड़े रोड़े !
(आईएनएस मीडिया )दिल्ली की राजनीति के दिग्गज रहे एच के एल भगत,राम बाबू शर्मा, डॉ अशोक कुमार वालिया की छत्र छाया में नेता अरविंदर सिंह लवली ने अपना सितारा चमकाया और जनता में साख भी बनाई है जिसमे भगत और शर्मा जी अब इस दुनिया में नहीं रहे,वही डॉ अशोक वालिया से समय समय पर लवली सलाह लेता रहता है, लवली ने सारे गुर भगत,राम बाबू,वालिया से सीखे थे
जिसमे सबसे बड़ा गुर था कि विरोधियो को कैसे ठिकाने लगाया जाये और अपनी राजनीति में उन्होंने विरोधियो को तो ठिकाने लगाया ही साथ ही पूर्वी दिल्ली के कई कोंग्रेसी दावेदारों को भी ठिकाने लगा दिया था,गौरतलब है कि लवली को जहा कांग्रेस ने कई महत्वपूर्ण पदों पर बिठाया वही लवली ने नाराज होकर कांग्रेस पार्टी को इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था फिर कुछ अर्से बाद डॉ वालिया,हारून युसूफ,माकन आदि ने लवली की कांग्रेस में वापिसी कराई ,वही आलाकामन ने अपना भरोसा जताते हुए अरविंदर सिंह लवली को पूर्वी दिल्ली लोकसभा का उम्मीदवार बनाया है, लेकिन वापिसी के बाद लवली के कई धुर विरोधी सक्रिय हो गए थे जिनसे लवली को इस चुनाव में बड़ा खतरा है ये जानते हुए भी लवली को उनको साथ लेकर चलना मजबूरी है क्योकि जनता में नहीं तो गलत संदेश जाएगा,परन्तु राजनितिक जानकारों का कहना है कि ये भितरघाती लवली को बड़ा नुक्सान दे सकते है,जब इस बात पर बात की तो उनका कहना है कि विश्वास से बड़ी कोई बात नहीं होती वही वरिष्ठ नेता और उनके राजनैतिक गुरु डॉ अशोक वालिया का मानना है कि पार्टी के विरोधी हर पार्टी में होते है और उनका ये ही इलाज है कि चुनाव में उनको कोई भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी ना दी जाए जिससे पार्टी और उम्मीदवार को कोई नुकसान हो,अब ये तो आने वाला समय बताएगा कि चुनावी ऊठ किस ओर बैठेगा I
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