नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ऐसे लोगों के खिलाफ काला धन कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है, जिन्होंने अनुपालन खिड़की योजना के तहत अपनी अघोषित संपत्ति के बारे में जानकारी नहीं दी। अरुण जेटली ने कहा कि उन लोगों को चिंतित होने की कोई जरूरत नहीं है, जिन्होंने अनुपालन खिड़की के माध्यम से पूरी जानकारी दी है और बेदाग निकले हैं।
साक्षात्कार में जेटली ने कहा, जिन लोगों
ने मौके का फायदा उठाते हुए अपनी अघोषित संपत्ति के बारे में जानकारी दे दी
है, वह सुकून से सो सकते हैं। लेकिन जानकारी न देने वाली चाहे छोटी मछली
हो या बड़ी, उन्हें अंजाम भुगतना होगा। इससे पहले शुक्रवार को आर्थिक
मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने भी इस बात के संकेत दिए थे कि सरकार उन
लोगों के खिलाफ छापेमारी अभियान शुरू करने वाली है, जिन्होंने विदेश में
अपनी अघोषित संपत्ति की जानकारी नहीं दी है। नया काला धन कानून बनाए
जाने के वक्त राजस्व सचिव रह चुके शक्तिकांत दास ने कहा, जिन लोगों ने इस
सुविधा को हल्के में लिया है, वह आने वाले दिनों में पछताएंगे। नए काला धन
कानून के तहत विदेशों में अपनी संपत्ति घोषित न करने वालों पर 120 फीसदी
जुर्माने और 10 साल की जेल का प्रावधान है। काला धन का दुरुपयोग करने के
सवाल पर जेटली ने कहा, सामान्य भारतीय इस कानून के समर्थन में हैं और काफी
सपॉर्टिव हैं। विरोध के स्वर ऐसे लोग उठा रहे हैं, जिन्हें खुद इस कानून से
परेशानी होने वाली है। जेटली ने कहा कि ईमानदार करदाताओं को घबराने की
जरूरत नहीं है।
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