नोएडा। उत्तर प्रदेश में स्थित महत्वपूर्ण स्मारकों तथा सभी धर्मो के महत्वपूर्ण स्थलों एवं ताजमहल, फतेहपुर सीकरी, सारनाथ, मथुरा, वाराणसी आदि के कारण इस प्रदेश में पर्यटन के विकास की अपार सम्भावनाएं है। इसको दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश सरकार ने पर्यटन की कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर तेजी से काम करना शुरू किया है। पर्यटन विकास के लिए महत्वपूर्ण अवस्थापना सुविधाओं के विकास, ताजगंज वार्ड के समुचित विकास का कार्य, मथुरा, वंृदावन सर्किट पर अवस्थापना सुविधाओं का विकास तथा क्षेत्र में स्थित प्राचीन कुंडो का पुनरोद्धार किया जा रहा है।
आगरा, लखनऊ, वाराणसी को सम्मिलित करते हुए
\'हैरिटेज आर्क की परिकल्पना की गई है और समाजवादी सरकार इन शहरों के
माध्यम से प्रदेश में पर्यटन एवं पर्यटन उद्योगों को बढ़ावा देने का काम
करेगी ताकि प्रदेश के युवाओं को रोजगार मिल सकें। प्रदेश के प्रमुख स्थलों
को वायुसेवा से जोडऩे हेतु वायु सेवा नीति घोषित की गई है जिसने अंतर्गत
प्रथम चरण में लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी और आगरा को इस सेवा से जोड़ा जाना
है। हैरिटेज सम्पत्तियों को होटलों में परिवर्तित करने के लिए हैरिटेज
पर्यटन नीति लागू की गई है। बुद्धिस्ट सर्किट तथा बुंदलेखण्ड सर्किट में
पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। मनोरंजन पार्क, थीम पार्क के संबंध में
निजी उद्यमियों को प्रोत्साहन स्वरूप विशेष छूट दी जाएगी। इस परियोजना के
लिए न्यूनतम क्षेत्रफल 300 एकड़ तथा न्यूनतम पूंजीनिवेश 500 करोड़ रूपए
होगा। मथुरा, वृंदावन में पर्यटन स्थलों के विकास हेतु मथुरा परिक्रमा
मार्ग, गोकुल घाट, चिंताहरण महादेव, राधारानी मानसरोवर आदि का कार्य पूरा
कराया जा चुका है। दुधवा नेशनल कारीडोर के पर्यटन विकास के अंतर्गत दुधवा
टाइगर र्डन, निघासन, पलिया लखीमपुर खीरी में पर्यटन सुविधाएं उपलब्ध कराई
जा रही है। आगरा स्थित ताजमहल पर्यटकों का मुख्य आकर्षण केन्द्र है। इसको
वैश्विक धरोहर मानते हुए इसके रख रखाव तथा प्रचार प्रसार के लिए \'मेरा
आगरा अभियान चलाया गया है। दरअसल, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर्यटन को
जन सहभािगता के साथ आगे बढ़ाना चाहते है और साथ ही ईको टूरिज्म विकसित करते
हुए जनसाधारण को पर्यावरण सुरक्षा के लिए भी जागरूक एवं प्रोत्साहित करना
चाहते है। उन्होने विश्व बैंक की सहायता से प्रो0 पुअर टूरिज्म डेवलपटमेंट
प्रोजेक्ट भी बनवाया है जिस पर 300 मिलियन यूएस डालर खर्च होगा। इस
परियोजना से आगरा-ब्रज क्षेत्र और बौद्ध परिपथ में पर्यटन गतिविधियों से
गरीबी उन्मूलन और रोजगार सृजन की व्यवस्था होगी। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव
की यह सोच प्रदेश को नई दिशा देने की है।
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