नोएडा। कोई पिता बड़ी शान और धूम-धाम से अपनी बेटी की शादी करता है, और विदाई तक खुशी के आंसू बहात है तो सिर्फ इसलिए कि अब उसकी बेटी का घर बसने वाला है, लेकिन शादी के अगले ही दिन ससुराल से लड़की को बाहर निकाल दिया जाए और उससे दहजे में एक बड़ी कार और दस लाख रुपये की मांग की जाए और शिकायत करने के बाद भी कानून के रखवाले कुछ काम न आए तो पीडि़त परिवार पर क्या गुजरेगी इसका अंदाजा लगाना शायद मुश्किल है। इतना ही नहीं घटना को करीब डेढ़ साल बीत चुका है और कार्रवाई महज कगजों तक सिमट कर रह गई है।
हल्द्घानी निवासी सुरेन्द्र भारद्घाज ने
अपनी बेटी रेनू की शादी पिछले वर्ष 7 मार्च को राजीव ग्राम बाड़म मेरठ से
की थी। राजीव आर्मी में है। शादी में इऑन कार भी दी थी। अगले ही दिन बेटी
का फोन आया। वहां पहुंचकर पता चला कि उसके साथ मारपीट की और एक स्कार्पियो
कार व दस लाख रुपये लाने की मांग की गई। और बेटी को रखने से मना कर दिया।
पीडि़त परिवार का आरोप है थाना सेक्टर-39 में पिछले वर्ष अगस्त माह में
मामला दर्ज कराया लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस हाथ पर हाथ
रखकर बैठी हुई है। आरोप है कि जिस तरह से रेनू के साथ राजीव के
परिजनों ने किया उसी तरह से राजीव के बड़े भाई कुलदीप की पत्नी परवीन के
साथ भी किया था। परवीन के परिजनों से पांच लाख की मांग की गई थी। जिसको
लेकर परवीन के परिजनों ने मामला भी दर्ज कराया लेकिन दोषियों के खिलाफ कोई
कार्रवाई नहीं हुई।
|