नोएडा। समाजवादी पार्टी में आजकल अनुशासन की बात की जा रही है। हर नेता और मंत्री अनुशासन का पाठ जनता को पढ़ाते हैं लेकिन जब अपने ऊपर अनुशासन लागू करने की बात आती है तो भूल जाते है कि अनुशासन किस चिडिय़ा का नाम है। कुछ ऐसा ही सेक्टर-26 क्लब में आयोजित पे्रस वार्ता में देखा गया। इसका आयोजन चिरंजीव महाजन को नोएडा विधानसभा प्रभारी बनाने पर किया गया।
सपा के क्षेत्र के सभी दिग्गज नेता यहां
उपलब्धियां गिना रहे थे लेकिन किसी की नजर अपने पीछे लगे बैनर पर नहीं गई।
बैनर में मुलायम सिंह को नंबर एक पर नंबर दो पर प्रो. रामगोपाल यादव, नंबर
तीन पर आजम खां, नंबर चार पर शिवपाल यादव, छह पर सुरेन्द्र नागर, सात पर
महानगर अध्यक्ष राकेश यादव के भाई महेश यादव का फोटो था और सबसे लास्ट में
सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को रखा गया। इस वरीयता क्रम में
मुख्यमंत्री को आखिरी में रखना कौन सा अनुशासन है ये तो केवल आयोजक ही बता
सकते हैं। इतना जरूर है कि इस गुट से रूठे हुए इस सम्बंध में पार्टी के
शीर्ष नेताओं से शिकायत करने की तैयारी में हैं। इसके अलावा इस बैनर पर ना
तो जिलाध्यक्ष का नाम था ना ही फोटो। जबकि कायदे कानून के हिसाब से उनका
नाम भी होना चाहिए था।
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