हिंसा के बीच 10 ट्रेड यूनियनों की देशव्यापी हड़ताल आज असरदार रही, खासतौर से प.बंगाल, दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड में।
नई दिल्ली। आज देशभर में 10 ट्रेड यूनियनों की हड़ताल है। इसके चलते तमाम सरकारी बैंक, बीमा कंपनियों के दफ्तरों में कामकाज नहीं हो रहा है। साथ ही कई जगहों पर ट्रांसपोर्ट व्यवस्था भी ठप है। निजीकरण, ठेकेदारीकरण और खाली पदों पर नियुक्ति जैसी मांगों को लेकर 10 सेंट्रल ट्रेड यूनियनों ने देशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है। सरकार से बातचीत बेनतीजा रहने पर हड़ताल का फैसला हुआ है। करीब 15 करोड़ वर्कर इस हड़ताल में शामिल हैं।
हड़ताल का असर दिखने भी लगा है। कोलकाता,
कानपुर जैसे शहरों में श्रमिकों के हड़ताल पर रहने से कामकाज ठप है। प.
बंगाल के 24 परगना में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया।
कोलकाता के स्ष्टढ्ढ के कार्यकर्ता धर्मतल्ला के इलाके में पहुंचे और
ट्रैफिक जाम कर दिया। कई स्थानों पर टीएमसी व सीपीआईएम कार्यकर्ता भिड़ गए।
पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा है कि जो भी व्यक्ति आज ऑफिस नहीं पहुंचेगा
उसका एक दिन का वेतन काटा जायेगा और उसके सेवाकाल में एक दिन कम हो जायेगा।
वहीं, लखनऊ में हड़ताल के चलते लोग परेशान हैं। लोगों को गाडिय़ां नहीं
मिल रही हैं और बसों के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। उधर, बैंगलुरू
में भी ऐसे ही हालात हैं। लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए बसें
नहीं मिल रही हैं, लोग परेशान हैं। बैंक, ऑटो टैक्सी यूनियनों के अलावा
कोल माइंस यूनियन भी इस हड़ताल के साथ है। हालांकि बीजेपी समर्थित भारतीय
मजदूर संघ और नेशनल फ्रंट ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस ने हड़ताल में शामिल
नहीं होने का फैसला किया है। कई राज्यों में राज्य सरकार के कर्मचारी भी
हड़ताल में शामिल हुए। हड़ताल का असर पश्चिम बंगाल, केरल, त्रिपुरा, आंध्र
प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडू जैसे राज्यों में ज्यादा देखने को मिला।
उत्तराखंड, यूपी में सरकारी बैंक भी बंद रहे। दिल्ली में हिंसा की छिटपुट
घटनाओं की सूचना है। कुछ स्थानों पर ट्रेन रोके जाने की भी खबर है। ट्रेड
यूनियन नेताओं के मुताबिक हड़ताल से परिवहन, बिजली, गैस और तेल की आपूर्ति
जैसी जरूरी सेवाओं पर असर नहीं पड़ा। क्योंकि भारतीय मजदूर संघ यानि
बीएमएस ने दावा किया है कि आम हड़ताल से बिजली, तेल एवं गैस की आपूर्ति
प्रभावित नहीं होगी, क्योंकि सार्वजनिक क्षेत्र के बड़ी संख्या में
कर्मचारी श्रम कानूनों में बदलाव के विरोध में हो रही हड़ताल से हट गए हैं।
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