अहमदाबाद। पटेल आरक्षण की आग में जल रहे गुजरात में हालात अभी तक सामान्य नहीं हुए हैं। अब तक हिंसा में 9 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि राज्य के कई हिस्सों में अभी तक कफ्र्यू जारी है।
राजधानी अहमदाबाद में गुरुवार को भी स्कूल
बंद रहेंगे, जबकि दक्षिणी गुजरात में नर्मदार यूनिवर्ससिटी में भी नहीं
खुलेगी। हालांकि अहमदाबाद में कॉलेज खुले रहेंगे। पुलिस ने कहा कि पटेल
समुदाय की कल हुई बड़ी रैली के बाद भड़की हिंसा में राज्य में आठ लोग मारे
जा चुके हैं। इस बीच राज्य की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने आज इस बात
से इनकार किया कि उनकी सरकार ने अहमदाबाद में एक रैली में प्रदर्शनकारियों
पर लाठी भांजने का आदेश दिया था जिसके बाद हिंसक प्रदर्शन हुए। उन्होंने
कहा, \'\'मैंने जीएमडीसी मैदान में लाठीचार्ज की घटना के मामले में जांच के
आदेश दे दिये हैं. गुजरात के डीसीपी जांच कर रहे हैं। सरकार को रिपोर्ट का
इंतजार है। सरकार ने लाठीचार्ज के लिए या अत्यधिक बल प्रयोग के लिए कोई
आदेश नहीं दिया था। अहमदाबाद, सूरत, मेहसाणा, राजकोट, जामनगर, पालनपुर,
उंझा, विसनगर और पाटन शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। अहमदाबाद के
जिला कलेक्टर राजकुमार बेनीवाल ने कहा, \'पटेल समुदाय के आंदोलन की वजह से
हिंसा भड़कने के बाद कानून व्यवस्था को नियंत्रण में करने के लिए अहमदाबाद
शहर में सेना की पांच कंपनियां बुलाई गयी हैं।
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