नई दिल्ली। सूत्रों के मुताबिक वन रैंक वन पेंशन पर सरकार और पूर्व फौजियों की बातचीत में तीन मुद्दों पर पेंच फंस गया है। ये तीन मुद्दे हैं। साल 2011 से लागू हो या बाद की तारीख से, सालाना 3त्न वेतन बढ़ाया जाए या नहीं, एक अप्रैल, 2014 से भुगतान हो या फिर एक अप्रैल, 2015 से।
इन तीन मुद्दों के सामने आने के बाद पूर्व
फौजी अनशन छोडऩे के लिए तैयार नहीं हैं। पिछले करीब 9 दिनों से पूर्व सैनिक
जंतर मंतर पर आमरण अनशन पर बैठे हैं। इनमें कर्नल पुष्पेंद्र सिंह अस्पताल
में भर्ती हैं, वहीं पूर्व सैनिक हवलदार मेजर सिंह की हालत मंगलवार को
खराब हो गई थी। सूत्रों के मुताबिक वन रैंक वन पेंशन पर सरकार और
पूर्व फौजियों की बातचीत में तीन मुद्दों पर पेंच फंस गया है पूर्व सैनिकों
का धरना प्रदर्शन पिछले करीब 72 दिनों से जारी है। पीएम मोदी ने 15 अगस्त
को अपने भाषण में पूर्व सैनिकों को मांग पूरी होने का भरोसा दिलाया था,
लेकिन पीएम की घोषणा के बावजूद पूर्व सैनिक जंतर मंतर पर भूख हड़ताल पर बैठ
गए थे। सरकार के गले की फांस बने \'वन रैंक वन पेंशन का समाधान निकालने के
लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद ही कमान संभाल ली है।
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