नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान के बीच एनएसए स्तर की बातचीत रद्द होने के एक दिन बाद इंटरनैशनल बॉर्डर पर शांति थी। अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में मौजूद इस सीमा पर पिछले 48 घंटों से फायरिंग की कोई घटना नहीं हुई। उनके मुताबिक, इससे साफ संकेत मिलते हैं कि पाकिस्तान शांति वार्ता को पटरी पर से उतारने के मकसद से ऐसा कर रहा था।
सीमा सुरक्षा बल के मुताबिक, पिछले दो
दिनों में न तो पाकिस्तान रेंजर्स की तरफ से फायरिंग की कोई खबर है और न ही
घुसपैठ की कोशिश का कोई मामला सामने आया है। ऊफा समझौते के तुरंत बाद
इंटरनैशनल बॉर्डर और लाइन ऑफ कंट्रोल पर युद्धविराम के 91 मामले सामने आए
थे। हालांकि, क्चस्स्न का कहना था कि स्वतंत्रता दिवस और हृस््र स्तर की
बातचीत के मद्देनजर वे लोग 10 अगस्त से ही सीमा पर कड़ी निगरानी रख रहे
हैं। अधिकारियों ने यह भी बताया कि हृस््र स्तर की बातचीत रद्द होने के बाद
क्चस्स्न और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच ष्ठत्र स्तर की बातचीत का भविष्य भी
अधर में लटक गया है। जहां भारत ने क्चस्स्न-पाक रेंजर्स के बीच बातचीत के
लिए 9-13 सितंबर की तारीख की पुष्टि की है, वहीं पाकिस्तानी पक्ष ने बातचीत
के अजेंडे के बारे में अब तक कुछ नहीं कहा है।
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