ग्रेटर नोएडा। प्राथमिक विद्यालय मोरना विकास क्षेत्र बिसरख में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ज्ञात हो कि माननीय जिलाधिकारी की पहल से जकुआर फाउंडेशन द्वारा मोरना गिझोड़ और होशियार पुर क्षेत्र में आने वाले करीब 22 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों को गोद लेकर उनमे शौचालय तथा पेयजल तथा बच्चों के बैठने के लिए बेंच आदि की व्यवस्था की गयी। आज के इस कार्यक्रम में बच्चों के लिए बैग तथा एक एक जोड़ी जूते मोजे और ज्योमेट्री बॉक्स तथा कुछ कॉपियां आदि सामग्री वितरित की गयी। बच्चे उक्त सामग्री पाकर बहुत खुश हुए।
इस कार्यक्रम में माननीय जिलाधिकारी एनपी
सिंह तथा जकुआर फाउंडेशन के हेड कँवर शमशेर एवं मेनेजर शंकर प्रसाद तथा
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनोज कुमार वर्मा, खण्ड शिक्षा अधिकारी करुणा
शर्मा के साथ साथ जेएसएस के अध्यक्ष जोध सिंह भाटी तथा शुकरुद्दीन सर जी
एवं सभी विद्यालयों के टीचर्स आदि भी उपस्थित रहे । कार्यक्रम में जगुआर
फाउंडेशन के हेड कंवर शमशेर ने शिक्षा के महत्व को बहुत अच्छे शब्दों में
बताया उनके अनुसार शिक्षित व्यक्ति कभी गरीब नही हो सकता है। इसके बाद
जकुआर फाउंडेशन के मेनेजर शंकर प्रसाद ने भी संक्षिप्त शब्दों में अपनी बात
रखी तथा शिक्षा के विकास के लिए अध्यापकों से अपील की। जिलाधिकारी ने
भी अध्यापकों से अपील की कि वे अपने पूरे मन से बच्चों को पढ़ायें और सभी
स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम से संचालित करने की और कदम उठायें तथा पूरे
प्रदेश में जनपद गौतम बुद्ध नगर को प्राइमरी शिक्षा के विकास में प्रथम
स्थान पर लाने में अपना अपना योगदान दें। तथा ये भी कहा कि जो अध्यापक इस
कार्य में विशेष रूचि से सहयोग देंगे वे सभी प्रशस्ति पत्र के साथ साथ मुंह
मांगा इनाम पाने के भी हक़दार होंगे। माननीय जिलाधिकारी जी ने कहा कि सभी
मेहनत करने वाले हमारे अध्यापक किसी भी कंपनी के घरेलू इस्तेमाल में आने
वाले जिस भी सामान जैसे फ्रीज वाशिंग मशीन आदि का नाम लेंगे वह उसको देने
के लिए हम वचनबद्ध हैं। साथ ही जिलाधिकारी महोदय ने वादा किया है कि अगले
एक साल में जनपद के हर स्कूल को विकसित करके नया रूप दे देंगे। इसके बाद
मीडिया से बात करते हुए माननीय जिलाधिकारी महोदय ने बताया कि हमने
अध्यापकों को कंप्यूटर और अंग्रेजी के प्रशिक्षण की भी विशेष व्यवस्था की
है। जल्द ही अध्यापकों को कंप्यूटर की ट्रेनिंग दी जायेगी ताकि हमारे
स्कूलों में पब्लिक स्कूलों से भी बेहतर शिक्षा दी जा सके।
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