नोएडा। एनजीटी ने फ्लैट निवेशकों और बिल्डरों को एक बड़ी राहत देते हुए नदी से दूरी की सीमा 10 से घटाकर 1.27 किलोमीटर कर दी है। इससे बिल्डरों और निवेशकों को एक बड़ी आस जगी है। लेकिन क्या इस फैसले से निवेशकों की मुसीबत टल गई है। तलवार बिल्डरों की गर्दन से होते हुए अभी भी निवेशकों के उपर लटकी हुई है। क्योंकि अभी तक बिल्डरों ने प्राधिकरण का बकाया नहीं चुकाया है। माना जा रहा है प्राधिकरण भी एनजीटी की तरह निवेशकों के हित में बिल्डरों को कुछ राहत दे सकता है।
बहरहाल केन्द्रीय राज्यमंत्री भारत सरकार
डा. महेश शर्मा के साथ नोएडा बायर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने पर्यावरण
मंत्री प्रकाश जावेडकर का धन्यवाद किया। डा. महेश शर्मा के प्रयासो से
हमारी समस्या का समाधान हुआ हम आपका बहुत धन्यवाद करते है और साथ ही साथ
जावेडकर जी को फूल देकर व मिठाई खिलाकर बायर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने मुंह
मीठा कराया। माननीय मंत्री डा. महेश शर्मा ने भी उनका धन्यवाद किया। डा.
शर्मा ने कहा कि बिल्डरों द्वारा बायर्स को जो परेशानी झेलनी पड़ रही थी
उसका भी समाधान जल्द से जल्द कराया जायेगा। बिल्डर्स को मनमानी तरीके से
वसूली नहीं करने दी जायेगी। डा. शर्मा के साथ से प्रतिनिधि मण्डल
जितेन्द्र पाण्डेय, चंदन श्रीवास्तव, अंजू गोयल, कपिल, भव्या वैध, अर्पित
श्रीवास्तव, संजय बाली, संदीप अग्रवाल, सिद्धार्थ , संजय श्रीवास्तव एवं
पूर्वा सोसायटी के भी सदस्य उपस्थित रहे। वहीं नोएडा विधायक विमला बाथम
नोएडा के निवेशकों के साथ पर्यायवरण मंत्रालय जाकर जावड़ेकर से मिली और
उनका आभार प्रकट किया। उन्होंनें निवेशकों की समस्याएं भी श्री जावड़ेकर के
सामने रखी, जिसमें यह कहा गया कि निवेशकों पर दोहरी मार पड़ रही है।
निवेशकों ने जो पैसा बैंक से उधार लिया उसकी किस्त भी दे रहें हैं और जहां
रह रहे है, वहां का किराया भी दे रहें है। एनजीटी की आड़ लेकर बिल्डर घर
देने में और देरी कर रहें है। श्री जावड़ेकर ने विधायक के साथ आये
डेलीगेशन को भरोसा दिया कि दो माह के अन्दर यह एनजीटी की समस्या का
निस्तारण हो जायेगा। इस वार्तालाप में विधायक जी के साथ हर्श चतुर्वेदी,
वैभव जी, मनोज शर्मा, अंकुर खण्डेवाल, भारतेन्दु शर्मा आदि लोग शमिल थे।
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