नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बांग्लादेश के दौरे पर जाने से ठीक पहले राष्टя्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने प्लान बदल लिया था। वह बांग्लादेश जाने के बजाय मणिपुर पहुंचे, जहां पर 4 जून को आतंकियों के हमले में 18 जवान शहीद हो गए थे।
डोभाल को ऑपरेशन चलाने में माहिर माना जाता
है। पिछले कुछ दिनों तक वह मणिपुर में डटे रहे। इस दौरान उन्होंने सेना और
इंटेलिजेंस एजेसियों से मिली सूचनाओं पर नजर रखी। इसी के बाद इंडियन आर्मी
ने म्यांमार बॉर्डर पर अहम ऑपरेशन को अंजाम दिया और उग्रवादियों को मार
गिराया। इस ऑपरेशन को प्लान करने के लिए ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पीएम
के साथ बांग्लादेश के अहम दौरे पर नहीं गए। एक हफ्ता पहले ही विदेश
सचिव एस. जयशंकर ने गुपचुप तरीके से म्यांमार का दौरा किया था। इस दौरे के
बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है। इसी का नतीजा रहा कि मंगलवार को
चले ऑपरेशन के दौरान म्यांमार सरकार चुप्पी साधे रही। इस बीच भारत ने ट्रैक
किया है कि म्यांमार के अंदर उग्रवादियों की ऐक्टिविटी अचानक बढ़ गई है।
|