ग्रेटर नोएडा। मणिपुर के उग्रवादी हमले में शहीद हुए जगवीर सिंह के अंतिम संस्कार को लेकर परिजनों सहित ग्रामीणों ने बीते दिन जमकर बवाल काटा। उन्होंने जिलाधिकारी से पीडि़त परिवार को आर्थिक मदद देने की मांग की।
एसएसपी
व एसडीएम जेवर ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण
जिलाधिकारी को मौके पर बुलाने को लेकर अड़े रहे। लगभग दो घंटे बाद
जिलाधिकारी के मौके पर पहुंचकर आश्वासन देने के बाद ग्रामीणों ने शहीद का
अंतिम संस्कार किया। ग्रेटर नोएडा के गांव मुरादगढ़ी के शहीद जगवीर सिंह
का पार्थिव शरीर शनिवार शाम गांव पहुंचने वाला था। विमान में तकनीकी खराबी
आने के कारण रविवार सुबह करीब सात बजे शहीद के पार्थिव शरीर को लेकर वायु
सेना व आर्मी के जवान गांव में पहुंचे। गांव में शहीद जगवीर को देखने के
लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोग मकान की छतों से शहीद के शव को देखने के
लिए खड़े थे। केंद्रीय मंत्री डा. महेश शर्मा, एसएसपी डा.प्रीङ्क्षतदर
सिंह ने पुष्प चक्र अर्पित कर शहीद को श्रद्धांजलि दी। डा. महेश शर्मा ने
पीडि़त परिवार के प्रति संवेदना जताते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
परिजन ने शहीद को अंतिम संस्कार के लिए विदा किया, लेकिन डीएम एनपी सिंह के
न पहुंचने से ग्रामीणों में रोष फैल गया। इसी बीच अफवाह फैल गई कि अंतिम
संस्कार के बाद शहीद के परिजन को किसी प्रकार की मदद नहीं दी जाएगी। इससे
ग्रामीण भड़क गए। परिजन व ग्रामीणों ने शव को रास्ते में रोककर हंगामा शुरू
कर दिया। मामले की जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी एनपी सिंह करीब दो
घंटे बाद गांव पहुंचे। ग्रामीणों ने शहीद की पत्नी व बच्चों के नाम पेट्रोल
पंप, गैस एजेंसी, खेती, आबादी योग्य भूमि, शहीद पार्क बनाने व परिजन के
बच्चों को नौकरी देने की मांग की। जिलाधिकारी ने आठ दिनों में आर्थिक मदद
दिलाने व अन्य मांगों पर अमल करने का आश्वासन दिया है। जिलाधिकारी ने
सोमवार को प्रदेश सरकार द्वारा घोषित 20 लाख का चेक देने का आश्वासन दिया।
साथ ही जमीन के बारे में नियम के मुताबिक सहायता देने का भरोसा दिया।
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