नई दिल्ली। ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स, साइप्रस और जर्सी समेत कई देशों ने भारत के साथ खाता धारकों को लेकर जानकारी साझा करना शुरू कर दिया है। बेहद कम टैक्स और लचीले नियमों की वजह से इन देशों को \'टैक्स हेवन╙ कहा जाता है और काला धन रखने वाले इन्हीं देशों का रुख करते हैं। मगर अब इन देशों द्वारा जानकारी शेयर करने से विदेशों में जमा काले धन को वापस लाने की कोशिश कर रही सरकार को बहुत मदद मिल रही है।
सूत्रों का कहना है कि अब तक मिली जानकारी
को वेरिफाई किया जा चुका है। यह जानकारी विदेशों में जमा पैसे के बारे में
जानकारी न देने वाले भारतीयों को ट्रेस करने में भी मददगार साबित हुई है।
इस मामले में उसी दौरान प्रगति हुई, जिस वक्त स्विस अथॉरिटीज़ 7 भारतीय
खाताधारकों के नाम का खुलासा कर रही थी। विदेशों में अपनी संपत्ति का
खुलासा न करने वाले लोग अब प्रेशर में आकर अब टैक्स डिपार्टमेंट से
\'अनुपालन योजना╙ के बारे में पता कर रहे हैं। अब वे खुद ही अपनी छिपाई हुई
संपत्ति को कबूल करके दाग लगने से बचना चाहते हैं। दरअसल अनुपालन योजना के
तहत अब तक विदेशों में बनाई संपत्ति छिपाने वाले खुद इसकी जानकारी दे
सकेंगे।
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