गे्रटर नोएडा। जिलाधिकारी एनपी सिंह ने कहा कि जनपद में जो अल्ट्रासाउण्ड सेन्टर संचालित है उनके द्वारा पीसीपीएनडीटी एक्ट का 100 प्रतिशत रूप पालन सुनिश्चित किया जाए यदि किसी सेन्टर संचालक द्वारा अपने सेन्टर पर सम्बन्धित एक्ट का उल्लंघन पाया जाता है तो तत्काल प्रभाव से सम्बन्धित के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
श्री सिंह अपने कैम्प आफिस के सभागार में
जिला टास्ट समिति की बैठक में अध्यक्षता करते हुये चिकित्सा विभाग तथा अन्य
सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे थे। जिलाधिकारी ने
बैठक में समीक्षा करते हुये पाया कि जनपद में 144 अल्ट्रासाउण्ड सेन्टर
कार्य कर रहे है अत: सभी पर पीसीपीएनडीटी एक्ट का पालन सुनिश्चित किया जाये
और सभी के माध्यम से मासिक आख्या भी नोडल अधिकारी को ससमय उपलब्ध करायी
जाये। जिलाधिकारी ने यहॉ यह भी निर्देश दिये कि जनपद में पीसीपीएनडीटी एक्ट
का पालन सुनिश्चित कराने के लिये सभी सेन्टरों को आकस्मिक रूप से चैकिंग
करायी जायेगी उन्होनें कहा कि इससे पूर्व भी उनके द्वारा निरन्तर रूप से इस
दिशा में प्रभावी कार्यवाही की जा रही है और सेन्टरों को आकस्मिक जॉच
करायी जा रही है। श्री सिंह ने नोडल अधिकारी को बैठक में निर्देश दिये कि
उनके द्वारा आगे भी आकस्मिक जांच कराने की कार्यवाही की जाये। श्री
सिंह ने यह भी कहा कि नोडल अधिकारी के माध्यम से यह भी सुनिश्चित कराया
जाये कि एक्ट के अनुरूप सभी सेन्टरों पर आवश्यक दस्तावेज रखे जा रहे है और
अल्ट्रा साउण्ड करते समय उनके द्वारा जो निर्धारित प्रपत्र भरे जा रहे है
अथवा नहीं यदि किसी के माध्यम से दस्तावेजों का रखरखाव सही नहीं पाया जाये
तो उनके विरूद्ध कार्यवाही प्रस्तावित की जाये। श्री सिंह ने कहा कि यह भी
देखा जाये कि जिस डाक्टर्स का नाम सेन्टर के लिये अधिकृत किया गया है क्या
उनके माध्यम से ही अल्ट्रासाउण्ड किया जा रहा है अथवा नहीं सभी प्रकार की
कार्यवाही सुनिश्चित करायी जाये। आयोजित बैठक में आज सर्वसमिति से 4 नये
अल्ट्रासाउण्ड सेन्टरों को अनुमति प्रदान की गयी। श्री सिंह ने सभी
सम्बन्धित डाक्टर्स का आहवान किया कि उनके द्वारा अपने सेन्टर पर
पारदर्शिता के साथ कार्य किया जाये और किसी भी स्तर पर एक्ट का उल्लघंन न
किया जाये। जिलाधिकारी श्री सिंह ने यहॉ यह भी निर्देश दिये कि नोडल
अधिकारी के माध्यम से यह भी देखा जाये कि यदि किसी सेन्टर पर लिंग परीक्षण
के लिये किसी के द्वारा किसी डाक्टर्स पर किसी प्रकार का दबाद डाला जाये तो
उसकी जानकारी तत्काल प्रभाव से प्रशासन को उपलब्ध करायी जाए।
ताकि
सम्बन्धित के विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही की जा सकें। जिलाधिकारी ने इस
सम्बन्ध में जनसामन्य का भी आहवान किया है कि यदि उन्हें कही पर यह जानकारी
प्राप्त होती है कि किसी सेन्टर पर जॉच में लिंगपरीक्षण किया जा रहा है
उसकी सूचना तुरन्त जिलाधिकारी को दी जाये जानकारी देने वाले का नाम पूर्णत:
गोपनीय रखा जायेगा तथा दोषी के विरूद्ध तुरन्त कार्यवाही भी की जायेगी।
बैठक में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी/नोडल अधिकारी डा0 शिरीश जैन, सीएमएस
डा बन्दना आदि सदस्यों एवं डाक्टर्स द्वारा भाग लिया गया।
|