नोएडा। सेक्टर-38ए स्थित बॉटेनिकल गार्डन ऑफ इंडियन रिपब्लिक को नए तरीके से विकसित करने की दिशा में केन्द्र सरकार और नोएडा ने शुक्रवार को एमओयू साईन किया। यह करार प्राधिकरण और केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के बीच हुआ।
दिल्ली के इंदिरा पर्यावरण भवन में
शुक्रवार को नोएडा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी
रमारमण और पर्यावरण मंत्रालय के अपर सचिव हेम पांडेय ने इस संबंधी एमओयू पर
हस्ताक्षर किए। केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के राज्य मंत्री प्रकाश
जावड़ेकर और प्रदेश के जंतु उद्यान राज्य मंत्री शिव प्रताप यादव, पहलवान
सुशील कुमार, क्रिकेटर विराट कोहली की मौजूदगी में हस्ताक्षर हुए। बॉटेनिकल
गॉर्डन को विकसित करने के लिए अलग सोसाईटी बनाई जाएगी। बॉटेनिकल गॉर्डन
वाला उत्तर भारत में नोएडा पहला शहर होगा। जबकि कोलकाता के बाद देश का
दूसरा बॉटेनिकल गार्डन है। इसे विकसित करने में जितनी धनराशि खर्च होगी।
उसका पचास-पचास फीसदी दोनों वहन करेंगे। इसमें विश्व की विलुप्त प्राय
वनस्पतियों का संकलन किया जाएगा, ताकि लोग उनके बारे में जानकारी ले सकें। चेयरमैन
रमा रमण ने बताया कि बॉटेनिकल गार्डन में ऑडिटोरियम, प्राकृतिक इतिहास का
संग्रहालय, म्यूजिकल फाउंटेन, वॉटर बॉडी, एमपी थिएटर, रिसर्च एंड डेवलपमेंट
सेंटर, फुटपाथ, वॉश रूम, वेयर हाउस, लैब आदि विकसित होंगे। इसमें तमाम
औषधीय वनस्पतियों का भी संकलन रहेगा। रुद्राक्ष और ऑर्चिड जैसी दुर्लभ
प्रजाति के पौधे लगे हुए हैं। इस अवसर पर प्रकाश जावड़ेकर ने बॉटेनिकल
गार्डन विकसित करने के प्रदेश सरकार के फैसले की सराहना की। विराट कोहली और
सुशील कुमार ने ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने की अपील की। शिव प्रताप यादव
ने \'जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान जय उद्यान का नारा दिया। रमा रमण ने
ग्रेटर नोएडा में 2500 एकड़ में सिटी फॉरेस्ट विकसित करने की जानकारी दी।
कार्यक्रम में एसीईओ पीके अग्रवाल व राजेश प्रकाश, उद्यान निदेशक ओमवीर
सिंह समेत कई अफसर मौजूद रहे।
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