नोएडा। ओखला पंक्षी विहार से 10 किलोमीटर के दायरे में बन रही इमारतें पर्यावरण को क्षति पहुंचाने में मुख्य भूमिका अदा कर रही है। बिल्डरों ने विभिन्न पर्यावरण एजेंसियों से सांठगांठ कर एनओसी तो ले ली है। लेकिन उन्हें जरा भी बर्ड सेंचुरी का ख्याल नहीं है। इसके लिए जन मोर्चा आंदोलन की तैयारी कर रहा है। इको सेंसिटीव जोन में सुपरटेक, थ्री-सी तथा कई अन्य नामी गिरामी बिल्डर निर्माण कार्य कर रहे हैं।
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