लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि केन्द्र की सत्ता में एक साल पूरा होते ही भाजपा ने देशवासियों को करारा झटका दे दिया है। अच्छे दिनों के आने का वादा करके सरकार बनानेवालों ने अब वादों पर भरोसा करनेवालों से चुन चुनकर बदला लेना शुरू कर दिया है। पेट्रोल-डीजल के दाम कई बार बढ़ाने के बाद अब मंहगाई की ऐसी मार पडऩेवाली है कि लोग उफ भी नहीं कर सकेगें।
केन्द्र सरकार ने आज से सर्विस टैक्स की दर
12.36 फीसदी से बढ़ाकर 14.2 फीसदी कर दी है जिससे खाना पीना महंगा हो
जाएगा। मिठाइयां मंहगी हो जाएगी। रेल और विमान किराया मंहगा हो जाएगा।
चीनी, चाय, काफी और दुग्ध उत्पाद के दाम बढऩा भी तय है। भाजपा सरकार ने
आयकर नियमो में बदलाव से नई पेचीदगियां पैदा कर दी हंै जिससे आम आदमी की
परेशानियां बढ़ेगी। अब 20 हजार रूपए से अधिक की संपत्ति की नकद खरीद पर भी
प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह खरीद एकाउंटपेई चेक, ड्राफ्ट या आनलाइन धन
दूसरे खाते में ट्रांसफर कर भुगतान करना होगा। इसी तरह एक लाख की खरीद पर
पैनकार्ड की अनिवार्यता लागू की जा रही हैं। व्यापारी वर्ग इससे बुरी तरह
प्रभावित होगा। जनता अब भलीभांति जान गई है कि केन्द्र की सत्ता भाजपा
ने धोखे से हासिल की थी। लोकलुभावन बातें करके जनता को बरगलाने की राजनीति
करने में भाजपा का कोई जवाब नही। बात गरीब की और फायदा पूंजीपतियों का। एक
साल का जश्न मनानेवालों ने पौने दो लाख करोड़ रूपए से ज्यादा की कटौती
सामाजिक कार्यक्रमों के मद में की है। देश के पिछड़े इलाको को मिलनेवाले
अनुदान में से छह हजार करोड़ रूपए कम कर दिए गए है। भाजपा ने केन्द्र की
सत्ता में आते ही कृषि और सिंचाई की उपेक्षा की है जबकि देश की आधी आबादी
इन पर निर्भर है। खेती लायक जमीन तेजी से घट रही है फिर भी प्रधानमंत्री जी
भूमि अधिग्रहण बिल के लिए जिद पकड़े हंै। ऐसा प्रतीत होता है कि केन्द्र
सरकार का पूरा रवैया आम आदमी और गरीब विरोधी है। गांव खेत किसान उसकी
प्राथमिकता में नहीं है। भाजपा समाजवादी पार्टी की तरह विकास का रास्ता
अपनाना नहीं चाहती है उसे तो सांप्रदायिकता के सहारे ही अपने कार्यकाल के
बाकी दिन पूरे करने हंै। उत्तर प्रदेश की जनता अब भाजपा के बहकावे में
आनेवाली नहीं है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने प्रदेश में परिवर्तन की
नई लहर पैदा की हैं जिसमे विकास की धारा और तेजी के साथ जन आकांक्षाओं को
पूरा करेगी।
|