राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने आज प्रेजीडेंट्स एस्टेट में 30 वाई-फाई एक्सेस प्वाइंट के साथ 24 हॉट स्पाट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि नेटवर्क तैयारी सूचकांक में भारत 89वें स्थान पर है।
इस सूचकांक में सिंगापुर, फिनलैंड और स्वीडन जैसे देश शीर्ष स्थान पर हैं।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों से पूरे देश में इंटरनेट और सूचना और संचार
प्रौद्योगिकी (आईसीटी) समर्थित सेवाओं के लिए बुनियादी ढांचे की उपलब्धता
सुनिश्चित कराने तथा इसका क्रमबद्ध तरीके से उपयोग करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि वाई-फाई सेवाओं को समस्त शहरी और ग्रामीण भारत में
सार्वजनिक स्थानों में शुरू किया जा सकता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में 244 मिलियन इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं। इस
हिसाब से यह चीन और अमेरिका के बाद तीसरे स्थान पर है। हालांकि यहां 20
प्रतिशत जनसंख्या ही इंटरनेट का उपयोग करती है जो यह दर्शाता है कि भविष्य
में देश में इसके विकास की महत्वपूर्ण संभावना है। आज लोगों के पास 960
मिलियन मोबाइल फोन होने से भारत दुनिया में केवल चीन के बाद दूसरे नम्बर पर
है। देश में 1 बिलियन मोबाइल फोन होने की उम्मीद है। प्रति 100 नागरिकों
पर 77 से अधिक मोबाइल फोन क्नेक्शन हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने आम आदमी के लाभ के लिए अनेक कार्यक्रम शुरू किये
हैं। गरीबी उन्मूलन और अन्य सामाजिक-आर्थिक बुराइयों के उन्मूलन के
उद्देश्य से नीतियां, योजनाएं और कार्यक्रम बनाने पर ही काफी धन का निवेश
हो जाता है। फिर भी प्रभावी संचार रणनीति की अनुपस्थिति या कमजोर मौजूदगी
में इच्छुक लाभार्थी जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा उन विभिन्न लाभों के बारे
में अन्जान रहता है जिसके वे हकदार हैं। इस संदर्भ में नेटवर्क के माध्यम
से नागरिकों को समस्त जानकारी उनके दरवाजे पर उपलब्ध कराने का विचार एक
क्रांतिकारी कदम है। जो भारत को डिजिटल भारत में बदल देगा। इस अवसर पर
केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद
इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव श्री आर एस शर्मा और
अनेक उच्च अधिकारी भी मौजूद थे।
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