नई दिल्ली। दिल्ली सरकार में सचिवों की नियुक्ति को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल नजीब जंग के बीच घमासान तेज होता जा रहा है। जंग से खुलकर मोर्चा ले रहे केजरीवाल ने इस मामले में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी जद में लेने का मन बना लिया है। केजरीवाल इस मुद्दे पर मोदी को पत्र लिखेंगे।
वहीं आज शाम केजरीवाल इसे लेकर राष्ट्रपति
प्रणव मुखर्जी से भी मुलाकात करेंगे। केजरीवाल अपनी सरकार और उपराज्यपाल के
दखल का मामला उठाएंगे। इस बीच केजरीवाल सरकार ने साफ कर दिया है कि अफसर
उपराज्यपाल के निर्देशों का पालन न करें। पहले मंत्री और सीएम से सलाह कर
लें। दिल्ली सरकार में सचिवों की नियुक्ति को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल नजीब जंग के बीच घमासान तेज होता जा रहा है। सचिव
की नियुक्ति को लेकर एलजी और सीएम का झगड़ा सोमवार को चरम पर पहुंच गया
था। केजरीवाल सरकार ने शकुंतला गैमलिन को नियुक्ति पत्र जारी करने वाले
मुख्य सचिव अनिंदो मजूमदार के ऑफिस में ताला लगवा दिया था। केजरीवाल ने
उनका ट्रांसफर भी कर दिया। लेकिन जंग ने ट्रांसफर मंजूर नहीं किया और
केजरीवाल द्वारा नियुक्त मुख्य सचिव (सेवा) राजेंद्र कुमार की नियुक्ति भी
रद्द कर दी। इस बीच इसे लेकर आज भी सियासी पारा चढ़ा रहा। डिप्टी सीएम
मनीष सिसोदिया ने कहा कि संविधान पढ़ लिया जाए, वहां कोई संशय नहीं है।
कनफ्यूजन दिमाग में है, वो दूर हो जाएगा। हम कानून के हिसाब से चल रहे हैं।
दिल्ली में राष्ट्रपति शासन नहीं लगा हुआ है। 15 साल जिन्होंने सरकार चलाई
उन्होंने अपने अधिकार प्रयोग नहीं किए। हम न बिजली महंगी करने आए हैं न
भ्रष्टाचार करने आए हैं। हम तो अपने अधिकार प्रयोग करेंगे ही।
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