नोएडा। जिस तरह से देश में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। उसमें हर समुदाय को बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए। क्योंकि हर धर्म सफाई की पैरवी करता है। ठीक इसी तर्ज पर सभी समाज को मिलकर स्वच्छ दिल अभियान भी चलाना चाहिए। यह कहना है अल्पसंख्यक आयोग दिल्ली के पूर्व चेयरमैन सफदर एच खान का।
उन्होंने बताया कि मैं आज भी समाज के लिए
कुछ न कुछ नया करना चाहता हूं और करता रहता हूं। जनाब सफदर एच खान ने कहा
कि केन्द्र एवं राज्य सरकार अल्पसंख्यकों के उत्थान के लिए काफी पैसा खर्च
करती है। जरूरत केवल जागरूकता की है। लोगों को पता नहीं है कि उनके लिए
सरकार क्या-क्या कर रही है। अल्पसंख्यकों खास तौर से मुस्लिम वर्ग में
जागरूकता के लिए मोहम्मद यूनुस ट्रस्ट की ओर से समय-समय पर अभियान चलाया
जाता रहा है। इसके अलावा विभिन्न योजनाओं की किताबें छपवाई गई हैं जो उनके
बीच जाकर वितरित की जाती है। उन्होंने बताया कि मुस्लिम वर्ग शिक्षा में
काफी पिछड़ा हुआ है जिसका नुकसान केवल उन्हें ही नहीं बल्कि सरकार को भी
है। मुस्लिम लड़कियों में शिक्षा की बेहद जरूरत है। क्योंकि फैमिली
प्लानिंग और पारिवारिक मामलों में फैसले लेने में उनकी अहम भूमिका रहती है।
जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम
चलाया है। यदि इस प्रोग्राम से मुस्लिम वर्ग को भी अच्छे से जोड़ा जाए तो
देश दिन रात तरक्की करेगा। उन्होंने अपने अनुभव से बताया कि कम्प्यूटर
ट्रेनिंग मदरसों में शुरू कराई इसके अलावा कई स्किल सुधारने के लिए
ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाए गए। जिससे युवाओं को बेहतर रोजगार मिले। उन्होंने
बताया कि दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित ने भी लड़कियों के लिए सेंटर
खोले। खास तौर से नंद नगरी में जिसमें 100 प्रतिशत लड़कियों को ट्रेनिंग
देकर उन्हें रोजगार मुहैया कराया जाता था। एक सेंटर जामिया यूनिवर्सिटी के
पास भी खोला गया जिसने युवाओं को रोजगार दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका
निभाई थी। जनाब सफदर एच खान ने बताया कि उन्होंने स्किल डेवलपमेंट
प्रोग्राम को बेहतर बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी तीन
महीने पहले पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने अलग-अलग स्थानों पर खास तौर से
वहां जहां लोगों की पहुंच कम है कैंप लगाने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा
कि हर व्यक्ति को अपना फर्ज समझना चाहिए और जो पढ़े-लिखे नहीं हैं उन्हें
जागरूक करने में अहम भूमिका निभानी चाहिए। साईकोलॉजी से एमए करने के बाद
बतौर डिप्टी सुप्रीटेंडेंट सीआरपीएफ में रहते हुए कई बड़े कामों को अंजाम
दिया। इसके बाद इंडिया ट्रेड प्रोमोशन में चीफ विजिलेंस ऑफिसर का पद संभाला
और उसे ब-खूबी निभाया। इसके बाद वे नेशनल सेंटर फॉर ट्रेड इंफॉरमेंशन में
एक्जक्यूटिव डायरेक्टर बने। >> सरकारी नौकरी के साथ-साथ समाज सेवा में भी अपना योगदान देते रहे >> अलग-अलग स्वयं सेवी संस्थाओं के साथ मिलकर ट्रेनिंग कैंप चलावाए >> वल्र्ड पीस फाउंडेशन की ओर से शांति संदेश देने के लिए उन्हें पुरस्कृत किया गया >> दीनी तालीम के साथ-साथ युवाओं को दुनियां की तालीम दिलाने के लिए भी संघर्षरत हैं >> इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में उपाध्यक्ष के पद को बखूबी निभा रहे हैं >> अलीगढ़ यूनिवर्सिटी में भी निभा चुके हैं कई भूमिका
|