नोएडा। आखिरकार 15 दिन के इंतजार के बाद प्राधिकरण के महत्वपूर्ण फाइनेंस कंट्रोलर के पद पर मनमोहन मिश्रा को तैनात किया गया है। अभी उन्होंने चार्ज नहीं लिया है। इससे पूर्व ही यहां चर्चा शुरू हो गई कि क्या वे पावरफुल बिल्डरों से वसूली कर पाएंगे और उनके गलत कामों को मना कर पाएंगे।
दरअसल, पिछले फाइनेंस कंट्रोलर जीपी सिंह
का तबादला इसीलिए कर दिया गया था कि एक पावरफुल बिल्डर बिना बकाया जमा किए
नो ड्यूज सर्टिफिकेट लेना चाहते थे जो कि नियमत: गलत है। नो ड्यूज
सर्टिफिकेट तमाम बकाया राशि जमा करने पर ही मिल सकता है। मगर पावर के नशे
में चूर बिल्डर करोड़ों रुपए का ड्यूज जमा किए बिना ही नो ड्यूज सर्टिफिकेट
चाहते थे। उनकी इच्छा पूरी नहीं हुई तो उन्होंने फाइनेंस कंट्रोलर को
हॉटटॉक के बीच 24 घंटे में हटवाने की धमकी दी। जिसमें वह कामयाब भी हो गया।
हालांकि जीपी सिंह अपने तबादले को रूटीन तबादला बताते हैं। लेकिन
हकीकत की चर्चा प्राधिकरण दफ्तर से निकल कर पूरे शहर में फैल चुकी है।
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