सियोल। तीन देशों की यात्रा के आखिरी दौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को दक्षिण कोरिया पहुंच गए हैं। फिलहाल मोदी सियोल में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने अपने संबोधन में रबींद्रनाथ टैगोर को याद करते हुए कहा कि वे कोरिया को \'लैंप ऑफ ईस्ट कहते थे। उन्होंने कहा कि कोरिया की तरह भारत में भी टेक्नोलॉजी की क्रांति आएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा, पिछले 15 सालों में
दुनिया के स्वर बदले हैं। 21वीं सदी में भारत सूर्योदय का देश है। पिछले एक
साल में दुनिया के सिर्फ स्वर ही नहीं बदले। अब दुनिया को लगने लगा है
कि (इंडिया) के बिना ब्रिक्स संभव नहीं है। पिछले दो-तीन महीनों में
दुनिया की सभी फोरमों में चर्चा हुई कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। दक्षिण
कोरिया की राजधानी सियोल में पीएम मोदी यहां के राष्ट्रपति पार्क ग्युन
हाय के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगें।इस दौरान दोनों देशों के बीच कई
समझौतों पर मुहर लगेगी। 19 मई को पीएम दक्षिण कोरिया से चलेंगे और भारत
लौटेंगे। दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में भी पीएम मोदी का कार्यक्रम
व्यस्त है। राष्ट्रपति पार्क ग्युन हाय से मुलाकात के बाद भारतीय समय
के मुताबिक दोपहर 12 बजे पीएम मोदी दोनों देशों के बीच प्रतिनिधि मंडल स्तर
की बातचीत के बाद एशियन लीडरशिप कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे और अपना
संबोधन भी देंगे।
|