लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि लोकसभा चुनावों को जीतने के बाद उत्तर प्रदेश में हुए उपचुनावों में भाजपा को शिकस्त ही झेलनी पड़ी है। इसके बावजूद उनका झूठा अहंकार घटने का नाम नहीं ले रहा है। गाजियाबाद में भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में भाजपा नेताओं ने समाजवादी सरकार पर अपनी खीझ उतारी और निराधार आरोप भी लगाए। अपने गिरेबां में झांकने के बजाय भाजपा नेता दूसरों पर उंगली उठाने में लगे हैं।
विडंबना है कि भाजपा ने अपने राजनीतिक
प्रस्ताव में समाजवादी पार्टी पर ऐसे आरोप मढ़े हैं जिनका कोई अस्तित्व हीं
नहीं है। प्रदेश में समाजवादी सरकार के तीन साल में तमाम योजनाएं
कार्यान्वित हुई हैं लेकिन विपक्ष भी कभी किसी स्तर पर उनमें भ्रष्टाचार का
आरोप नहीं लगा सका है। अब प्रदेश में भ्रष्टाचार के लिए कोई स्थान नहीं
है। भाजपा किस मुद्दे को लेकर आंदोलन करेगी? जनता को भरमाने के लिए
भाजपा जिन हथकंडो को अपना रहीं है, उनकी कलई खुल गई है। केन्द्र में पहुॅची
भाजपा से जनता का पूरी तरह मोहभंग हो गया है। जब से समाजवादी पार्टी की
सरकार बनी है, उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक ताकतों ने सामाजिक सौहार्द
बिगाडऩे की हरचन्द कोशिश की है। यह बात अलग है कि मुख्यमंत्री जी की दृढ़ता
के चलते फिरकापरस्त ताकतों को कहीं सफलता नहीं मिली। प्रदेश से
निर्वाचित भाजपा के सांसदों और मंत्रियों ने प्राकृतिक आपदा से पीडि़त
परिवारों को राहत न देकर अपनी संवेदनहीनता का परिचय दिया है जबकि अपने
संसाधनों से प्रदेश में किसानों को तत्काल मुआवजा दिया गया है। उन्हें 5
लाख की बीमा राशि, आसान फसली ऋण तथा खाद, बीज, कीट नाशक आदि समय से मुहैया
कराये गए है। मुख्यमंत्री जी ने वर्ष 2015-16 को किसान वर्ष घोषित कर
उन्हें सम्मान दिया है।
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