नोएडा। सेक्टर छह स्थित इंदिरा गांधी कला में जिलाधिकारी एनपी सिंह ने नोएडा ओवेस्टिक्ट गायनोकोलॉजी सोसायटी द्वारा आयोजित कार्यशाला में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि समाज के जिम्मेदार वर्ग के लोग यदि दूसरों पर आरोप लगाने के बजाए अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना शुरू कर दें, तो बुराई का अंत स्वयं हो जाए। इससे समस्या सुलझने के बजाय उलझ जाती है।
केंद्र में प्री नटल डायग्नोस्टिक टेस्ट
(पीएनडीटी) पर आयोजित कार्यशाला में मौजूद रेडियोलॉजिस्टों ने कानून की कई
खामियों के बारे में बताया। चिकित्सकों का कहना था कि मौजूदा समय में उन
नियमों को पूरा नहीं किया जा सकता है और बदलाव की जरूरत है। इन खामियों को
दूर करने के बजाए प्रशासन अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालन करने वालों का शोषण
करता है। ऐसे में चिकित्सकों को अनावश्यक रूप से परेशान किया जाता है। चिकित्सकों
के सवाल पर जिलाधिकारी ने कहा कि कन्या भू्रण हत्या समाज में एक रोग है
जिसे बदलने के लिए पढ़े लिखे लोगों में बदलाव लाने की जरूरत है। उन्होंने
महिला चिकित्सकों को प्रेरित करते हुए कहा कि वह चिकित्सक होने के साथ -साथ
मां भी हैं। यदि एक मां कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ सिर्फ महिलाओं को
जागरूक करें तो निश्चित रूप से लिंग परीक्षण पर रोक लग जाए। कार्यशाला में
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ आरके गर्ग, गायनोकोलॉजी सोसायटी की अध्यक्ष डॉ
राखी के अलावा काफी संख्या में रेडियोलॉजिस्ट कार्यशाला में आदि मौजूद थे।
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