नोएडा। इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (आईएमएस) में चौथे अन्तराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
इमरजिंग इनोवेशन इन सोशल मीडिया एण्ड इट्स
इम्पलीटेशन्स विषय पर आधारित इस दो दिवसीय सम्मेलन के प्रथम दिन माखनलाल
चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.
बीके कुथियाल, केआर मंगलम विश्वविद्यालय के कुलाधीपति केके अग्रवाल, फ्रेंच
बैकिंग ग्रिप क्रेडिट म्यूचल इंडिया के निदेशक मैथ्यू जोव, वरिष्ठ पत्रकार
आर. राजेन्द्र प्रभू, विडियोकॉन के हेड डिजीटल मार्केटिंग शिखर गुप्ता,
आईएमएस के प्रसिडेंट राजीव कुमार गुप्ता, सीएमडी शिल्पी गुप्ता के साथ
संस्थान के कार्यकारी निदेशक डॉ. कमलजीत सिंह उपस्थित थे। संस्थान
द्वारा आयोजित इस चौथे अन्तराष्ट्रीय सम्मेलन के प्रथम सत्र में आईएमएस के
कार्यकारी निदेशक डॉ.कमलजीत सिंह, मैथ्यू जोव एवं डॉ.कुथियाल ने संबंधित
विषय पर अपने-अपने विचार विद्यार्थियों के समक्ष रखे। कार्यक्रम की
शुरूआत करते हुए संस्थान के कार्यकारी निदेशक डॉ. कमलजीत सिंह ने साइंस
एण्ड टेक्नोलॉजी की चर्चा करते हुए कहा कि हमें साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी और
सोशल मीडिया के ग्रोथ में अपना कल्चर नहीं भूलना चाहिए। साइंस एण्ड
टेक्नोलॉजी को हमेशा कल्चर के केन्द्रिय भूमिका में रहना चाहिए। आज के
डिजीटल वल्ड में सूचनाओं के कई सारे स्रोत्र हैं जहां से सभी प्रकार की
सूचना आसानी से हमें मिल जाती हैं। सूचनाओं की इस भीड़ में हमें सचेत रहने
की जरूरत है। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.बीके कुथियाल ने सम्मेलन में सोशल मीडिया पर
अपनी बात रखते हुए कहा कि आज हर 6 सेकेण्ड में यहां एक नया परिवर्तन देखने
को मिलता है। सोशल मीडिया को गांधी जी के चौथे बंदर की उपाधी दी जा सकती
है, यानी बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो, बुरा मत बोलो और बुरा मत पोस्ट करो।
वैदिक काल एवं गॉड पार्टिकल्स की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आज हम फिर
से नेचर से जुड़ रहे है, दुनिया में हर एक चीज दूसरे से जुड़ी है और
निर्भरशील है।
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