ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख क्रिकेट पत्रकार रॉबर्ट क्रेडॉक ने सचिन तेंडुलकर को निशाने पर लिया है। क्रेडॉक ने सचिन की ऑटोबायोग्राफी \''प्लेइंग इट माई वे\'' में किए गए खुलासों के आधार पर भारत के मशहूर क्रिकेटर की कड़ी आलोचना की है।
\''फॉक्स स्पोर्ट्स\'' पर छपे लेख में
क्रेडॉक ने कहा है कि सचिन बीते 25 सालों से जिस चेहरे को छुपाकर बैठे थे,
वह अब सामने आ गया है। सचिन को इस लेख में खतरनाक दुश्मन, खुदगर्ज और
पॉलिटिकल एनिमल (ऐसा जीव जो राजनीति करता हो) बताया गया है। वहीं, सिडनी
मॉर्निंग हेराल्ड में भी छपे आर्टिकल में सचिन तेंडुलकर की आलोचना की गई
है। इस आर्टिकल में 2008 के \''मंकीगेट\'' प्रकरण को लेकर सचिन की खिंचाई की गई
है। इस आर्टिकल में एडम गिलक्रिस्ट की आत्मकथा का हवाला भी दिया गया है।
गिलक्रिस्ट ने अपनी आत्मकथा में सचिन पर दो तरह की बातें करना का आरोप
लगाया था। इसी अखबार की वेबसाइट पर छपे लेख में पत्रकार मैल्कम नॉक्स ने
सचिन पर क्रिकेट इतिहास नए सिरे से लिखने का आरोप लगाया है। नॉक्स ने
\''मंकीगेट\'' और ग्रेग चैपल प्रकरण में सचिन को कठघरे में खड़ा किया है। 2008
में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हरभजन सिंह और एंड्रयू साइमंड्स के बीच विवाद हो
गया था। साइमंड्स ने भज्जी पर आरोप लगाया था कि भारतीय क्रिकेटर ने उन्हें
\''मंकी\'' (बंदर) कहा था। इस मामले में सचिन की गवाही हुई थी। सचिन ने अपनी
गवाही में कहा था कि भज्जी ने साइमंड्स को मंकी नहीं कहा था।
\''भोले-भाले नहीं सचिन\''
\''फॉक्स
स्पोर्ट्स\'' की वेबसाइट पर रॉबर्ट ने लिखा है, \"जो बातें महज अफवाह थीं, अब
वे सच साबित हो चुकी हैं। सचिन वह व्यक्ति नहीं जो आप और हम उन्हें समझते
थे। वे एक स्वार्थी व्यक्ति हैं। यह बात उनकी ऑटोबायोग्राफी ने साबित कर दी
है। उन्हें अपनी ताकत का अंदाजा है और अब वे उसका बेशर्मी से इस्तेमाल कर
रहे हैं।\"
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट पर हुए हमले पर निकली बौखलाहट
क्रेडॉक
ने अपने पोस्ट में लिखा है कि मौका मिलते ही सचिन ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट
को अपने निशाने पर ले लिया। सबसे पहले उन्होंने अपनी किताब में कोच ग्रेग
चैपल के विवाद को छेड़ा। सचिन के मुताबिक, चैपल राहुल द्रविड़ को कम आंक
रहे थे। उसके बाद उन्होंने माइकल क्लार्क और रिकी पोंटिंग द्वारा की गई कैच
की अपील पर भी अपनी भड़ास निकाली। उन्होंने एडम गिलक्रिस्ट को दोगला करार
दिया।
यही
नहीं, सचिन ने इयान चैपल पर उन्हें संन्यास लेने के लिए उकसाने का भी आरोप
लगाया। एंड्रयू सायमंड्स और हरभजन सिंह के बीच हुए मंकीगेट विवाद पर भी
सचिन ने ऑस्ट्रेलिया पर निशाना साधा।
क्रेडॉक
ने मंकीगेट विवाद की तुलना हाल ही में हुए वेस्ट इंडीज क्रिकेट
कॉन्ट्रोवर्सी से भी की। उन्होंने टीम इंडिया द्वारा ऑस्ट्रेलिया टूर अधूरा
छोड़कर स्वदेश लौटने को गलत ठहराया।
\''स्वार्थी हैं सचिन\''
\''फॉक्स
स्पोर्ट्स\'' के प्रमुख क्रिकेट पत्रकार क्रेडॉक ने सचिन को स्वार्थी करार
देने में भी कोई हिचक नहीं महसूस की। उन्होंने कहा कि सचिन अपने करियर के
दौरान इन विवादों पर चुप्पी साधे बैठे रहे और रन बनाते रहे। उन्हें शायद
अपना करियर खराब होने का डर था। अब जब वे रिटायर होकर घर पर आराम फरमा रहे
हैं, तब उन्होंने पुराने सभी विवादों को फिर से हवा दे दी है।