मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर ने ग्रेग चैपल के बाद महान ऑलराउंडर कपिल देव के बारे में खुलासे किए। सचिन का कहना है कि कपिल ने कोच के रूप में अपनी भूमिका सही ढंग से नहीं निभाई। सचिन ने हाल ही जारी अपनी आत्मकथा \"प्लेइंग इट माय वे\'' में लिखा कि कपिल टीम बैठकों और टीम रणनीति में रुचि नहीं लेते थे।
कभी नहीं होने दिया अनुभव का लाभ
सचिन
के अनुसार वे ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान कपिल से काफी निराश थे, क्योंकि
उनके अनुभव का टीम को कोई लाभ नहीं मिल रहा था। सचिन ने लिखा कि मैं हमेशा
से कहता रहा हूं कि कोच की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। कोच टीम के लिए
रणनीति बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
कप्तान पर डालते थे भार
ऑस्ट्रेलिया
के कठिन दौरे के दौरान कपिल से बेहतर कौन हो सकता था, जो हमारी मदद करता।
उन्होंने लिखा है कि अफसोस, कपिल की भागीदारी का तरीका और उनकी विचार
प्रक्रिया सीमित थी, जिससे पूरा जिम्मा कप्तान पर गया था। वह रणनीतिक चर्चा
में शामिल नहीं रहते थे, जिससे हमें मैदान पर मदद मिलती।