केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने लिम्फेटिक फाइलेरियासिस उन्मूलन के लिए मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान शुरू किया।
(प्रदीप महाजन/आईएनएस मीडिया) केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रोफेसर एस.पी. सिंह बघेल ने लिम्फेटिक फाइलेरियासिस उन्मूलन के लिए द्वि-वार्षिक देशव्यापी मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान के पहले चरण का शुभारंभ किया। इस अभियान का उद्देश्य बीमारी से प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों को नि:शुल्क निवारक दवाएं प्रदान करके बीमारी के फैलाव को रोकना है। इस अभियान के अंतर्गत 11 राज्यों के 92 जिलों को कवर किया जाएगा और यह एक पखवाड़े (दो सप्ताह) तक चलेगा। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल भी उपस्थित थे।इस अवसर पर प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने वैश्विक लक्ष्य से तीन साल पहले यानी 2027 तक लिम्फेटिक फाइलेरियासिस के उन्मूलन के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा, “भारत ने विश्व की सर्वाधिक घातक बीमारियों के उन्मूलन पर दृढ़ता दिखाई है। हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया के मार्गदर्शन में, हमने टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में उल्लेखनीय सफलता देखी है और अब हम कालाज़ार को खत्म करने के कगार पर हैं। इन सफलताओं को फाइलेरिया के लिए भी दोहराया जाना चाहिए।”स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों, विशेष रूप से बीमारी के खिलाफ लड़ाई में समर्थन देने के लिए अथक प्रयास करने वालों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, “हमें इस द्वि-वार्षिक मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अभियान के शुरू होने से बड़ी सफलता की उम्मीद है। पिछले वर्ष, इसका कवरेज 82.5 प्रतिशत था जबकि इस वर्ष हमें इस कवरेज को बढ़ाने के लिए प्रयास करना चाहिए और पात्र जनसंख्या का 95 प्रतिशत से अधिक कवरेज हासिल करने का प्रयास करना चाहिए।''''उन्होंने इसे सफल बनाने के लिए संबंधित विभागों जैसे कि पंचायती राज, शिक्षा, ग्रामीण विकास, जनजातीय कार्य, शहरी निकाय और मेडिकल कॉलेजों की मदद से ‘जन अभियान’ बनाते हुए व्यापक संवेदीकरण सुनिश्चित करने के लिए सामाजिक एकजुटता और सक्रिय सामुदायिक भागीदारी के साथ एक मिशन मोड में काम करने का आग्रह किया।
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