जेल को पिकनिक स्थल बनाने के लिए जेल नंबर तीन के जेल अधीक्षक राजेश चौधरी पर हो सकती है कार्यवाही,वही दूसरी ओर अंकित गुर्जर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट और गवाहों के ब्यान के आधार पर अब जेल कर्मियों की होगी गिरफ्तारी ।
(प्रदीप महाजन/आईएनएस मीडिया) तिहाड़ जेल का नाम जहा सबसे सुरक्षित जेलों में आता है वही कुछ दिनों से इसका नाम सुर्खिया बटोर रहा है। जेल नंबर तीन में अभी अंकित गुर्जर की हत्या का मामला थमा नहीं था की अब तिहाड़ जेल नंबर तीन के जेल अधीक्षक राजेश चौधरी के दोस्तों और रिश्तेदारों का जेल को पिकनिक स्थल बनाए जाने का विवाद आ गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जेल अधीक्षक ने जेल नियमो के विरुद्ध अपने दोस्तों और परिजनों को फांसी घर,आंतकी अफजल के रहने का सेल जैसे अति प्रतिबंधित क्षेत्र को दिखवाया और आंगतुकों ने वहा की सेल्फी आदि भी ली। सूत्रों की माने तो इस प्रकरण में जाँच हो रही है और जेल अधीक्षक राजेश चौधरी पर गाज गिर सकती है। वही दूसरी ओर सूत्रों के अनुसार तिहाड़ जेल में गैंगस्टर अंकित गुर्जर की पिटाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ था कि अंकित के शरीर पर चोटों के एक दर्जन से ज्यादा निशान थे व अधिकतर कैदियों ने अपने ब्यान में जेल कर्मियों द्वारा अंकित की पिटाई की बात कही है जिसके आधार पर हरी नगर थाना कई जेलकर्मियों को गिरफ्तार कर सकती है।
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