दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच एसआईयू-I ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया जो फाइनेंस की हुई कारो को जाली कागजातों के द्वारा लोगो को बेच रहे थे।
(प्रदीप महाजन/आईएनएस मीडिया) दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच एसआईयू-I को एक गुप्त सूचना मिली थी कि दिल्ली एनसीआर क्षेत्र और यूपी में ठगो का एक ऐसा गिरोह काम कर रहा है जो विभिन्न बैंकों से वाहनों को फाइनेंस कराने के बाद उन वाहनों को जाली एनओसी करवा कर लोगो को बेच देते हैं, पुलिस टीम को एक्सिस बैंक से एक शिकायत प्राप्त हुई कि आरटीओ में जमा कराए गए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर दो कारो के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट से बैंक का दृष्टिबंधक हटा दिया गया है। शिकायत मिलने पर केस दर्ज करके त्वरित कार्यवाही करते हुए मामले को सुलझाने के लिए क्राइम ब्रांच एसआईयू-I के एसीपी राजेश कुमार के सुपरविजन में और ब्रांच के तेजतर्रार इंस्पेक्टर आशीष शर्मा के नेतृत्व में एसआई अबोध, एएसआई योगेंद्र ,हवलदार यशवीरसिंह,संदीप,रजनीश,उपेंद्र,परवीन,सिपाही अशोक और अमित की टीम का गठन किया। जांच में लोकल मुखबिरों और टेक्निकल सर्विलांस के माध्यम से आरोपियों के मोबाइल नंबरों का पता लगाया और उनकी खुफिया जानकारी एकत्र करने के बाद उनको गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान राजीव कुमार,वैभव राणा, विजेंद्र राणा के तौर पर हुई पुलिस ने आरोपियों से आधे दर्जन से भी अधिक गाड़िया बरामद की। पुलिस उनसे पूछताछ करके आगे की जांच कर रही है।
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