राकेश अस्थाना ने आज संभाला दिल्ली पुलिस आयुक्त का चार्ज। आईपीएस,आईएएस को मिलता रहा है मलाईदार पोस्ट पर वफ़ादारी का ईनाम, रिटायरमेंट के बाद भी होती है उनकी सुविधानुसार एडजस्टमेंट।
(प्रदीप महाजन/आईएनएस मीडिया) आईपीएस राकेश अस्थाना ने आज पुलिस मुख्यालय में दिल्ली पुलिस आयुक्त की सीट संभाली इससे पहले जो दो मुखिया बने थे उन्हें पूर्ण आयुक्त नहीं बनाया गया था हालांकि एसएन श्रीवास्तव को बाद में अंतिम समय में सीपी बना दिया गया था। लेकिन बालाजी श्रीवास्तव को चार्ज सीपी का देकर इस पद से रुखसत कर दिया और अस्थाना को सीपी बना दिया गया। गौरतलब है कि अपनी तीन दशक की पत्रकारिता में मैंने ट्रांसफर/पोस्टिंग मलाईदार जगहों पर करवाने के लालच में कई आईपीएस,आईएएस अधिकारियों को सत्ता,नेताओ और अपने आकाओ के घरो पर बच्चो के डाइपर बदलते देखा है और जिन्होंने ये काम बाखूबी कर दिया वो अपनी मनपसंद पोस्टिंग प्राप्त कर लेता है चाहे ज़मीर की ऐसी की तैसी हो जाए। जब भी केंद्र सरकार में किसी पार्टी का वर्चस्व या सत्ता होती है तो उन अधिकारियों की बन पड़ती है जो सत्ता के किसी ना किसी तरह वफादार होते है हालांकि इसके कई अपवाद भी है जैसे मुंबई पूर्व कमिशनर परमवीर सिंह जिन्हे अपनी कुर्सी के जाने के साथ उनपर मुकदमा भी दर्ज हो रहा है। लेकिन बिना किसी आका के कई आईपीएस,आईएएस अधिकारी जो क़ाबिल है वो बिना किसी लालच या डर के इस देश की सेवा कर रहे है।
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