अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक दिवस यानि घूसखोर,बेईमानो,घोटालो और काले धन पर लगाम हो।
आज 9 दिसंबर को विश्व भर में अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक दिवस ( इंटरनेशनल एंटी करप्शन डे) लोगो में जागरूकता फैलाने के लिएमनाया जाता है। भ्रष्टाचार के दुष्परिणामों को समझकर इसके खिलाफ लड़ाई पर ध्यान केंद्रित किया गया। भ्रष्टाचार सामाजिक और राजनीतिक तौर पर प्रभावित करता है।क्योकि दुनिया में भ्रष्टाचार दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। गौरतलब है कि भ्रष्टाचार किसी भी देश को खोखला करने के लिए काफ़ी है। समाज और अर्थव्यवस्था, दोनों को ही आज भ्रष्टाचार की दीमक लग चुकी है। जो धीरे–धीरे देश को अंदर से खाती जा रही है। लोगों की लालसा, स्वार्थ और सत्ता पाने की चाहत, मानव को भ्रष्टाचार की तरफ ढकेलती है। केन्द्रीय सतर्कता आयोग ने सितंबर में बताया कि पिछले पांच सालों में 678 भ्रष्टाचार के मामले ऐसे हैं, जिनकी जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है। 6,226 भ्रष्टाचार के मामले ऐसे हैं जो लंबे समय से बिना किसी जांच के पड़े हुए हैं। 182 मामले 20 साल से, 1,599 मामले 10 साल से, 1,883 मामले पांच साल से,1,177 मामले तीन साल से,1,385 मामले तीन साल से कम है सर्वे के अनुसार भारत मे 39 प्रतिशत लोग घूस लेते हैं। ग्लोबल भ्रष्टाचार सूचकांक 2020 के अनुसार भारत का 180 में से 80वां स्थान है। वही भारत में कई घोटाले सामने आये है जिसपर राजनीति की मिलीभगत शीर्ष पर रही है जैसे 2G स्पेक्ट्रम घोटाला,कोयला घोटाला,चारा घोटाला आदि प्रमुख रहे है।
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