ये क्या हो रहा है सीपी साब...
दिल्ली में अवैध निर्माणाधीन इमारत ने ली ASI की जान,थानों में अवैध निर्माणों को रोकने के लिए निगम वर्क स्टॉप का नोटिस भेजती है परंतु बिल्डर, पुलिस और निगम की मिलीभगत से फिर भी निर्माण कार्य चलता रहता है..क्यो
(आईएनएस मीडिया) दिल्ली में कोरोना काल में भी बिल्डरों,निगम अभियंताओं और पुलिस ने चांदी कुटी है जगह जगह पुलिस और निगम सरक्षण में अवैध निर्माण चल है, इसीकी के चलते बाड़ा हिंदूराव में चल रहे एक अवैध निर्माण ने दिल्ली पुलिस के ASI जाकिर हुसैन की जान लेली ओर सिपाही देबू सिंह घायल हो गए। मिली जानकारी के अनुसार वह अवैध निर्माण की फ़ोटो खींच रहे थे कि उनपर दीवार गिर गई। 100 साल पुरानी इमारत में अवैध निर्माण का चलना बिल्डर,निगम और पुलिस की मिलीभगत को दर्शाता है।
कमिशनर साब दिल्ली के अधिकतर थानों में अवैध निर्माण चल रहे होते हैं खानापूर्ति के लिए बीट और डिवीजन अधिकारी उस बिल्डिंग का फॉर्म भर देते हैं फोटो खींच लेते हैं, अगर बिल्डर से मांडवाली तय हो जाती है तो फॉर्म ओर फ़ोटो डस्टबीन में चले जाते हैं नही तो उन्हें सिविक एजेंसियों में भेज दिया जाता है। दूसरी ओर निगम भवन विभाग के जे ई की सेटिंग अगर बिल्डर से नही होती तो जिस थाना क्षेत्र में बिल्डिंग बन रही होती है उस बिल्डिंग में निर्माण कार्य ना हो उसके लिए वर्क स्टॉप का नोटिस थाने में भेज देती है कि पुलिस उस निर्माण को ना होने दे।
लेकिन हजारों नोटिस दिल्ली के थानों की कूड़े की टोकरी में फिक जाते हैं परंतु सबकी मिलभगत से अवैध निर्माण बदस्तूर जारी रहते हैं।
सीपी साब इन वर्क स्टॉप के खेल पर नजर रखे कही ऐसा ना हो जाकिर हुसैन के बाद और पुलिसकर्मियों की मौत का ये सब कारण बने...