पुलिसकर्मी की हत्या में आरोपी दो दशकों से फरार इनामी बदमाश बलराम अहिरवार को थाना लिधौरा पुलिस ने धर दबोचा।आरोपी बदमाश पर पुलिसकर्मी हत्या और कई संगीन मुकदमे दर्ज रहे हैं।
(आईएनएस मीडिया/प्रदीप खरे/चीफ रिपोर्टर/टीकमगढ़)
कहते हैं फरार अपराधी कितना भी शातिर हो पर जिंदा हो पुलिस उसे जमीन से भी खोदकर ढूंढ लाती है। ऐसे ही दो दशकों से फरार इनामी बदमाश बलराम अहिरवार की पुलिस को काफी अर्से से तलाश थी। एक सूचना मिलने पर पुलिस महानिरीक्षक अनिल शर्मा सागर जोन,पुलिस उप महानिरीक्षक छतरपुर रेंज विवेक राज सिंह, पुलिस अधीक्षक टीकमगढ़ प्रशांत खरे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक टीकमगढ़ एम एल चौरसिया, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस जतारा योगेंद्र सिंह भदोरिया के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी लिधौरा उप निरीक्षक हिमांशु भिंडया आरक्षक मनोज नायक, आरक्षक सूर्य प्रताप यादव ,आरक्षक ललित कुशवाहा आरक्षक राजेश कोरी एवं महिला आरक्षक मनीषा वर्मा की टीम बनाई गई जिन्होंने फरार आरोपी बलराम अहिरवार को कटेरा बस स्टैंड से धर दबोचा। मिली जानकारी के अनुसार वर्ष
2001में बदमाश भगवान सिंह ठाकुर एवं धन सिंह ढीमर गैंग का महेवा कटेरा मऊरानीपुर में काफी आतंक रहता था इस गैंग ने रानीताल जंगल से 8 आदिवासियों को बंधक बना लिया था जिसकी सूचना मिलने पर पुलिस पार्टी उनको छुड़ाने गई जिसमें तत्कालीन कमांडर गोपाल सिंह और अन्य हथियारों के साथ जंगल पहुचे कमांडर गोपाल सिंह द्वारा बदमाशों को बंधकों को छोड़ने को कहा परन्तु उन्होंने पुलिस गोलियां चलाना शुरू कर दिया फिर पुलिसकर्मियों ने भी गोली चलाई जिससे बंधक तो छुड़ा लिए गए परन्तु बदमाशो की गोली से आरक्षक शिवदयाल शहीद हो गए। इस प्रकरण में आरोपियों पर सम्बंधित धाराओं के केस दर्ज किया गया था और बदमाशो पर इनाम भी घोषित किया हुआ था।