विकास मार्ग की पहचान, नेताओ की बैठक,लोगो का मीटिंग प्वाइंट, मरीज़ो के ईलाज का परिचायक बना वालिया नर्सिंग होम का अचानक बन्द होना जैसे कई दशकों का इतिहास का खत्म हो जाना।
(आईएनएस मीडिया)जमुनापार में वैसे तो कई जगह प्रसिद्ध है उनका अपना अपना रुतबा है लेकिन दशकों से विकास मार्ग पर अगर कोई प्रसिद्धि लिए खड़ा है तो वो डॉ अशोक कुमार वालिया द्वारा निर्मित वालिया नर्सिंग होम है जो ना जाने कितने मरीजो के इलाज का साक्षी बना है तो कितने नेताओ को बनाने में साक्षी रहा है।
जब डॉ वालिया ने दरियागंज से यहा लक्ष्मी नगर आकर अपनी डॉक्टरी शुरू की थी तो उन्होंने अपनी राजनीतिक प्रेक्टिस भी शुरू कर दी थी।और कुछ वर्षों में वालिया नर्सिंग होम की स्थापना करके बिल्डिंग बना दी। डॉ वालिया ने इस बिल्डिंग में अपनी रिहायश बना डाली और राजनीति में धीरे धीरे एन्ट्री मारने लगे,इलाके के लोग,धार्मिक आयोजनों, क्रिकेट टूर्नामेंट में उनको बतौर चीफ गेस्ट बुलाने लगे और चंदे की पर्ची कटाने लगे(नर्सिंग होम के नीचे वाला केमिस्ट पेमेंट करता था)। ये नर्सिंग होम जमुनापार का राजनीतिक प्लेटफार्म बन गया फिर नेताजी सोहनलाल जी ने उन्हें जमुनापार के भीष्म पितामह एच के एल भगत से मिलवा दिया जब भी भगत जी जमुनापार आये एक दो घण्टे नर्सिंग होम जरूर रुकते थे।फिर भगत जी ने और 1993 में उन्हें विधानसभा का टिकट दिया और वालिया जी चुनाव जीतकर आये। अब डॉ वालिया ओर वालिया नर्सिंग होम दोनो ही फेमस हो गए थे 1998 में कांग्रेस सरकार में मंत्री बने और जन तक दिल्ली में कांग्रेस सरकार रही डॉ साब जीतकर हमेशा मंत्री ही बने ।
अब कई वर्षों से डॉ साब का स्वास्थ्य साथ नही दे रहा है, जिसकी वजह से उन्होंने निर्णय लिया कि ये वालिया नर्सिंग होम बन्द कर दिया जाए। हालांकि इस नर्सिंग होम को कई सालों से डॉ दवे और अन्य लोग की देख रेख में चलाया जा रहा था जिसपर कोई शायद विवाद भी हो सकता है। खैर जो भी हो डॉ वालिया और वालिया नर्सिंग होम इलाके के हजारों लोगों पर अपने बेहतरीन इलाज के लिए जाने जाते रहेंगे।डॉ वालिया का नर्सिंग होम को बंद करने का निर्णय उनका निजी कारण है।read on www.insmedia.o