दिल्ली के वसंत विहार में रविवार 16 दिसंबर की रात चलती बस में गैंग रेप के बाद लड़की को बुरी तरह पीटा गया था। सफदरजंग हॉस्पिटल से लड़की को 26 दिसंबर की रात एयर ऐंबुलेंस के जरिए सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ हॉस्पिटल ले जाया गया था। सफदरजंग हॉस्पिटल में लड़की के तीन ऑपरेशन हुए थे। वहां इलाज के दौरान ज्यादातर समय उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। डॉक्टरों ने इन्फेक्शन की वजह से मरीज की आंत को भी ऑपरेशन कर निकाल दिया था।
शुक्रवार को ही बिगड़ गई थी हालत
इससे पहले एलिजाबेथ हॉस्पिटल ने शुक्रवार रात को जारी मेडिकल बुलेटिन में कहा था कि लड़की के सिर में गंभीर जख्म हैं, फेफड़ों और पेट में इन्फेक्शन है और वह तमाम प्रतिकूल परिस्थितियों से जूझ रही हैं। माउंट एलिजाबेथ अस्पताल के सीईओ डॉक्टर केल्विन लोह ने कहा था, 'गुरुवार को अस्पताल लाए जाने के बाद हमारे डॉक्टरों की टीम ने जांच में पाया कि दिल का दौरा पड़ने के अलावा उसके फेफड़ों और पेट में इन्फेक्शन है और साथ ही सिर में भी गंभीर जख्म हैं।'
दुखद खबर लेकर आई सुबह
देर रात सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ हॉस्पिटल से खबर आई की दिल्ली की जांबाज बेटी नहीं रही। इसके बाद सुबह हॉस्पिटल की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि लड़की ने बहुत हिम्मत दिखाई, लेकिन उसके कई जरूरी अंगों ने एकसाथ काम करना बंद कर दिया। स्थानीय समय के अनुसार पीड़ित ने शनिवार सुबह 4 बजकर 45 मिनट पर दम तोड़ा।
देर शाम तक पहुंचेग पार्थिव शरीर
सिंगापुर में भारत के उच्चायुक्त टी. सी. ए. राघवन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि लड़की के पैरेंट्स और परिवार के अन्य सदस्य उसकी पार्थिव देह लेकर जाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत से चार्टर्ड विमान के दोपहर तक पहुंचने की संभावना है। राघवन ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का शोक संदेश लड़की के परिवार वालों तक पहुंचा दिया है। सिंह ने संदेश में भारत को महिलाओं के रहने के लिए सुरक्षित और बेहतर बनाने की इच्छा जाहिर की है।
राघवन ने कहा कि लड़की की मौत पर गहरा दुख जाहिर करते हुए उच्चायोग कार्यालय में सिंगापुर सरकार सहित अलग अलग हिस्सों से संदेश आए हैं। उन्होंने पिछले दो दिन में लड़की के इलाज के लिए सिंगापुर के विदेश मंत्रालय, वहां की सरकार और माउंट एलिजबेथ अस्पताल की ओर से किए गए प्रयासों के लिए उनकी सराहना की।