ग्रेटर नोएडा ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने गुरुवार को नाइट सफारी के लिए यमुना एक्सप्रेस - वे के किनारे अरक्षित जमीन पर हुए अतिक्रमण को हटाया। इस मार्केट में प्रॉपर्टी डीलरों ने अपने दफ्तर बना लिए थे और दफ्तरों के पीछे बडे़ पैमाने पर अवैध कॉलोनी काटी जा रही थी। मार्केट तोड़े जाने को लेकर अथॉरिटी के अधिकारियांें और प्रॉपर्टी डीलरों के बीच कहासुनी भी हुई। दस्ते के वापस लौटते ही डीलरों ने आसपास के गांवों के किसानों के साथ मिलकर यमुना एक्सप्रेस - वे पर जाम लगा दिया।
करीब दो घंटे तक लोग जाम में फंसे रहे। इस दौरान , पुलिस और ग्रामीणों के बीच नोंकझोंक भी हुई। बाद में मौके पर पहंुचे ग्रेनो सीओ फर्स्ट आलोक प्रियदर्शी के आश्वासन के बाद जाम खोला गया। ग्रेनो अथॉरिटी के ओएसडी योगेंद्र यादव ने बताया कि नाइट सफारी के लिए मुर्शदपुर गांव की जमीन आरक्षित कर ली गई है। उन्होंने बताया कि इस जमीन पर यमुना एक्सप्रेस - वे अथॉरिटी के एंट्री गेट के पास कुछ प्रॉपटी डीलरों ने अपने दफ्तर बना लिए और पीछे की और जमीन पर अवैध कॉलोनी काटनी शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि अवैध कॉलोनी और मार्केट को सीईओ के निर्र्देश पर गुरुवार सुबह को गिराया गया। दर्जनों दुकानों को गिरा दिया गया जबकि कुछ दुकानों में प्रॉपटी डीलरों का सामान होने व ताला लगा होने के चलते कार्रवाई नहीं की गई। इन दुकानदारों को नोटिस भेजकर सूचना दे दी गई है। अगर इन्होंने सामान नहीं हटाया तो इसे जब्त करके कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि अभियान जारी रहेगा। वहीं , दुकानें गिराए जाने के विरोध में प्रॉपर्टी डीलर इकट्ठा हो गए। इस दौरान , प्रॉपर्टी डीलर और अथॉरिटी की टीम के बीच नोंकझोंक भी हुई। लेकिन मौके पर तैैनात भारी पुलिस बल के चलते डीलर अधिक विरोध नही कर सके। दस्ते के जाने के बाद डीलरों ने आसपास के गांवों के किसानों के साथ मिलकर यमुना एक्सप्रेस - वे जाम कर दिया।
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